बिहार में सबसे ज्यादा शराब कैमूर में हुई बरामद, गिरफ्तारी में मुजफ्फरपुर अव्वल

फोर्स के स्तर से पिछले आठ दिनों में पूरे राज्य में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गयी है. इस दौरान 6934 लीटर देसी और 8072 लीटर विदेशी शराब जब्त की गयी है. पूरे राज्य में शराब की 617 भट्ठियां ध्वस्त की गयी हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | December 28, 2021 6:59 AM

पटना. राज्य में शराब तस्करी पर नकेल कसने और इसमें शामिल लोगों को दबोचने के लिए सभी जिलों में एंटी लिकर टास्क फोर्स (एएलटीएफ) का गठन किया गया है. राज्य के सभी जिलों में ऐसे 216 एएलटीएफ का गठन किया जा चुका है.

इस फोर्स के स्तर से पिछले आठ दिनों में पूरे राज्य में व्यापक स्तर पर कार्रवाई की गयी है. इस दौरान 6934 लीटर देसी और 8072 लीटर विदेशी शराब जब्त की गयी है. पूरे राज्य में शराब की 617 भट्ठियां ध्वस्त की गयी हैं.

सबसे ज्यादा शराब कैमूर जिले में 2638 लीटर जब्त की गयी है. इसके अलावा कुछ अन्य जिलों में भी बड़ी मात्रा में शराब बरामद हुई है. उसमें मुजफ्फरपुर में 1461 लीटर, औरंगाबाद में 1078 लीटर,दरभंगा में 897 लीटर और मोतिहारी में 869 लीटर शराब की बरामदगी शामिल है.

549 आरोपितों की हुई गिरफ्तारी

शराब की तस्करी के आरोपितों की गिरफ्तारी के मामले में राज्यभर से 549 आरोपितों की गिरफ्तारी की गयी है. इसमें सबसे ज्यादा गिरफ्तारी मुजफ्फरपुर से 106 आरोपितों की हुई है. इसके अलावा जिन जिलों से सबसे ज्यादा संख्या में आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें बेतिया से 49, बक्सर से 31, पूर्णिया से 32 और नालंदा से 30 आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है.

आने वाले दिनों में पूरे राज्य में शराब की तस्करी के खिलाफ विशेष तौर पर कार्रवाई करने के लिए इस एएलटीएफ को अधिक सक्रिय किया जायेगा और छापेमारी समेत अन्य सभी कार्रवाई तेजी की जायेगी.

15 हजार छापेमारी, 1723 केस दर्ज, 316 वाहन जब्त

मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि बीते एक हफ्ते (19 से 25 दिसंबर) की अवधि में मद्य निषेध व पुलिस विभाग ने मिल कर करीब 15 हजार छापेमारी की. इसमें 2308 मामले दर्ज करते हुए 2390 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

इन मामलों में 85425 बल्क लीटर शराब सहित 316 वाहन जब्त किये गये. इनमें 58990 लीटर विदेशी, जबकि 26435 लीटर देसी शराब रही. शराब की होम डिलिवरी करने के मामले में 59 व्यक्ति गिरफ्तार किये गये. उन्होंने बताया कि शराब से संबंधित लंबित मामलों के निबटारे को लेकर गठित किये गये 74 विशेष न्यायालयों में से सबसे अधिक पटना में चार और गया में तीन न्यायालयों में पीठासीन पदाधिकारियों की पोस्टिंग की गयी है.

इसके अलावा सहरसा, शिवहर और शेखपुरा में एक-एक, जबकि अरवल को छोड़ कर शेष अन्य जिलों में दो-दो विशेष न्यायालयों में न्यायिक पदाधिकारियों की पदस्थापना की गयी है. आयुक्त ने बताया कि शराब की निगरानी को लेकर ड्रोन की फ्लाइंग रेंज परखने के लिए अब तक तीन कंपनियों के माध्यम से दीघा घाट और कंगन घाट पर डेमो दिया गया है.

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