पटना. बिहार में शराबबंदी है. शराब न तो कानूनी तौर पर बनती है और न ही कानूनी तौर पर बिकती है. इसके बावजूद लोग गैर कानूनी तरीके से शराब का सेवन करते हैं. लोग शराब की बोतल में जहर तक पी लेते हैं. कई लोगों की अब तक जहर पीने से मौत हो चुकी है. शराब के नाम पर जहर पीने हुई मौत के बाद मरनेवालों के परिजनों के सामने कई बार जीवन यापन का संकट पैदा हो जाता है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें चार लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. अप्रैल में हुई इस घोषणा के बावजूद अब तक किसी को मुआवजा नहीं मिला. इस मामले में बुधवार को मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि एक सप्ताह और इंतजार करना पड़ेगा.
संबंधित खबर
और खबरें