बिहार चुनाव 2020: 10 लाख नौकरी देने के लिए अतिरिक्त 58 हजार करोड़ कहां से लायेगा विपक्ष

बिहार चुनाव 2020: दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी जाये, तो राज्य के खजाने पर 58,415 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.

By Prabhat Khabar | October 22, 2020 6:50 AM

पटना. उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील मोदी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की 10 लाख नौकरी देने की घोषणा को डपोरशंखी बताया है.

उन्होंने कहा है कि यदि वास्तव में दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी जाये, तो राज्य के खजाने पर 58,415 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.

पहले से कार्यरत सभी तरह के 12 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मियों के वेतन मद में 52,734 करोड़ खर्च होते हैं. इन दोनों को जोड़ने पर सिर्फ वेतन मद में ही एक लाख, 11,189 करोड़ खर्च होंगे.

उन्होंने कहा कि जब विपक्ष वेतन पर ही बजट का अधिकांश भाग खर्च करेगा, तो फिर पेंशन, छात्रवृत्ति, साइकिल, पोशाक, मध्याह्न भोजन, कृषि अनुदान, पुल-पुलिया, सड़क, बिजली समेत अन्य योजनाओं के लिए पैसे कहां से आयेंगे.

इन पदों पर बहाली में देनी होगी इतनी सैलरी

1.25 लाख चिकित्सक (~75,133 प्र महीना) 11,269 करोड़

2.50 लाख पारा मेडिकल (~36,670) 11,001 करोड़

2.50 लाख स्कूली शिक्षक (~51,592) 15,477 करोड़

50 हजार कॉलेज शिक्षक (~81,251) 4,875 करोड़

95 हजार पुलिस (~31,612) 3,604 करोड़

75 हजार जेइ (~64,227) 5,780 करोड़

2 लाख अनुसेवक (~26,695 प्र महीना) 6,406 करोड़

Posted by Ashish Jha

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