Bihar Election 2025: क्या महागठबंधन में खुश नहीं है कांग्रेस? पप्पू यादव बार-बार बोल रहे, “गठबंधन वापस लीजिए…”
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में दरार गहराती दिख रही है. सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राजद आमने-सामने हैं. कई सीटों पर “दोस्ताना लड़ाई” से गठबंधन की एकजुटता और भरोसे पर सवाल खड़े हो गए हैं. पढे़ं पूरी खबर…
Bihar Election 2025: बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा है. कभी एकजुट नजर आने वाला गठबंधन अब अंदरूनी खींचतान और नाराजगी में उलझ गया है. कांग्रेस, राजद और वामदलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर टकराव खुलकर सामने आ गया है. कई सीटों पर “दोस्ताना लड़ाई” यानी फ्रेंडली फाइट की नौबत आ गई है, जिससे साफ है कि गठबंधन में भरोसा कम और अविश्वास ज्यादा है.
राजद ने 143 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं
राजद ने 143 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 62 सीटों पर लड़ने का एलान किया है. परेशानी यह है कि वैशाली, सिकंदरा, कहलगांव, बछवाड़ा और गौड़ाबौराम जैसी कई जगहों पर दोनों दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं. यानी मुकाबला अब विरोधियों से ज्यादा अपने साथियों से है. कांग्रेस का कहना है कि इस बार उसे कम सीटें मिलीं और कई पारंपरिक गढ़ भी छिन गए. राजद के बढ़ते दखल से कांग्रेस खेमा नाराज है, हालांकि पार्टी ने गठबंधन तोड़ने से इनकार किया है. लेकिन “फ्रेंडली फाइट” उसका गुस्सा जाहिर कर रही है.
पप्पू यादव के बयान ने मचायी खलबली
इसी बीच पूर्णिया सांसद पप्पू यादव के बयान ने खलबली मचा दी है. उन्होंने कहा कि “कांग्रेस ही गठबंधन धर्म निभा रही है, बाकी सब अपनी-अपनी सीट बचाने में लगे हैं.” उनका बयान राजद की कार्यशैली पर सीधा सवाल माना जा रहा है. INDIA गठबंधन के लिए यह स्थिति मुश्किलें बढ़ाने वाली है. झारखंड मुक्ति मोर्चा पहले ही बाहर हो चुका है और अब कांग्रेस के भीतर भी असंतोष बढ़ रहा है. पार्टी अब दो राहों पर खड़ी है, एक तरफ गठबंधन में सम्मान बनाए रखना और दूसरी तरफ अपनी अलग पहचान को मजबूत करना. कुल मिलाकर, यह झगड़ा सिर्फ सीटों का नहीं, बल्कि नेतृत्व और सम्मान की लड़ाई बन गया है.
