Bihar Election 2025: “फैक्ट्री कहीं और जीत चाहिए बिहार में…”, छपरा जाने से पहले तेजस्वी ने सरकार पर बोला हमला
Bihar Election 2025: छठ के समापन के साथ ही बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. तेजस्वी यादव आज छपरा में चुनावी प्रचार करेंगे इससे पहले उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव के मूड में है. पढे़ं पूरी खबर…
Bihar Election 2025: उगते सूर्य को अर्घ्य देकर आज व्रतियों ने छठ महापर्व का समापन किया. बिहार में इस पर्व के बाद एक और महापर्व बचा है. लोकतंत्र का महापर्व. चुनाव आयोग ने तारीखें घोषित कर दी हैं. आचार संहिता लागू है. 6 और 11 नवंबर को मतदान होना है. इसको लेकर अब सभी पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगाने में जुट जाएंगी. पहले चरण के चुनाव में महज एक सप्ताह का वक्त बचा है. इसी क्रम में आज से ही पार्टियों के प्रचार की हलचल शुरू हो गयी है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) आज अपने पिता व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav News) की कर्मभूमि कही जाने वाली छपरा में चुनावी प्रचार करेंगे. छपरा निकलने से पहले पटना में उन्होंने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार (Bihar Government) पर जमकर निशाना साधा.
तेजस्वी यादव ने सरकार पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने कहा, “आज हम लोगों का प्रचार है हर जगह पूरे बिहार में जाना है. इस बार बिहार की जनता बदलाव के मूड में है. आपने स्थिति देखी होगी बिहार के लोग जो पलायन किए हुए हैं, जो रोजी रोटी के लिए बाहर गए हुए हैं, वो वापस आए हैं छठ में तो किस स्थिति में आए हैं. देखकर के पीड़ा हुई है. यही रेल मंत्री जी ने घोषणा की थी कि 12,000 स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी. लेकिन हमारे भाई बहन ठूस ठूस के ट्रेन में जाने को मजबूर हैं. कहां गया इनका स्पेशल ट्रेन? इन लोगों ने केवल बिहार के लोगों को ठगने का काम किया है. फैक्ट्री लगवाते हैं गुजरात में. विक्ट्री चाहिए बिहार में. हर चीज गुजरात में और बिहार को ठेंगा ,अब ये चलने वाला नहीं है”
तेजस्वी ने IRCTC घोटाला मामले में रोजाना सुनवाई पर आपत्ति जतायी
दूसरी तरफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहे बहुचर्चित IRCTC घोटाला मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) और उनके बेटे तेजस्वी यादव ने रोजाना चल रही सुनवाई पर आपत्ति जताई है. उन्होंने अदालत से निवेदन किया है कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें राहत दी जाए और ट्रायल की प्रक्रिया कुछ हफ्तों के लिए स्थगित की जाए.
