Waqf Bill के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे बिहार के सासंद, बिल को बताया आर्टिकल 25 का उल्लंघन
Waqf Bill : वक्फ संशोधन बिल संसद के दोनों सदनों से पास हो गया है. बिल के पास होने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर बिल को चुनौती दी है. उन्होंने इसे संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लघंन बताया है.
Waqf Bill : लोकसभा और राज्यसभा से पारित हुए वक्फ संशोधन बिल को अब सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. बिहार के किशनगंज से कांग्रेस के सांसद मोहम्मद जावेद ने शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर कर वक्फ संशोधन विधेयक को मुस्लिम समुदाय के प्रति भेदभावपूर्ण और उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करने वाला बताते हुए चुनौती दी है. बता दें कि मोहम्मद जावेद वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के सदस्य भी रहे हैं. वह लोकसभा में पार्टी के सचेतक भी हैं.
बिल अनुच्छेद 25 का उल्लंघन : कांग्रेस सांसद
याचिका में कहा गया है, “इस्लामी कानून, रीति-रिवाज या मिसाल में इस तरह की सीमा निराधार है और यह अनुच्छेद 25 के तहत धर्म को मानने और उसका पालन करने के मौलिक अधिकार का उल्लंघन करती है. इसके अतिरिक्त, यह कानून संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार), 26 (धार्मिक मामलों के प्रबंधन की स्वतंत्रता), 29 (अल्पसंख्यक अधिकार) और 300 ए (संपत्ति का अधिकार) का उल्लंघन करता है. यह प्रतिबंध उन व्यक्तियों के साथ भेदभाव करता है.
कौन हैं मोहम्मद जावेद?
मोहम्मद जावेद कांग्रेस पार्टी के नेता और सांसद हैं. जावेद बिहार की किशनगंज लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह साल 2019 और 2024 में किशनगंज लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे.
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बिल के खिलाफ कोलकाता में निकाला गया मार्च
गुरुवार देर रात 13 घंटे की लंबी बहस के बाद राज्यसभा से वक्फ संसोधन विधेयक को पारित कर दिया और इसके साथ ही इसे संसद की मंजूरी मिल गई. इस बिल के विरोध में शुक्रवार को सैकड़ों मुसलमान महानगर की सड़कों पर उतर आए तथा कई अल्पसंख्यक संगठन भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए. प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा, “यह विधेयक देश को बांटने के लिए भाजपा की चाल है. उन्होंने अपने बहुमत के कारण लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विधेयक पारित करा दिया है. हम इस तानाशाही दृष्टिकोण का विरोध करते हैं. यह न केवल मुस्लिम संपत्तियों को जब्त करने का प्रयास है, बल्कि हमें बदनाम करने का भी प्रयास है.”
