बिहार मैट्रिक रिजल्ट में चला सिमुलतला आवासीय विद्यालय का जादू, टॉप 10 में शामिल हुए दस बच्चे

Bihar Board 10th Result 2023: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा जारी मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. राज्य के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने शुक्रवार को परीक्षा का परिणाम जारी किया है. परीक्षा में आशा के अनुरुप सिमुलतला आवासीय विद्यालय का जादू चल गया है.

By Prabhat Khabar Print Desk | March 31, 2023 2:03 PM

Bihar Board 10th Result 2023: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा जारी मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. राज्य के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने शुक्रवार को परीक्षा का परिणाम जारी किया है. परीक्षा में आशा के अनुरुप सिमुलतला आवासीय विद्यालय का जादू चल गया है. परीक्षा में 10 बच्चों ने टॉप में अपना स्थान बनाया है. हालांकि, इस बार टॉप टेन में 69 बच्चे शामिल हैं. परीक्षा में इस स्कूल के दो बच्चों ने टॉप पांच में जगह बनायी है. राज्य में एक बार फिर से इस सरकारी आवासीय विद्यालय का दबदबा कायम रहा है. परीक्षा के रिजल्ट का इंतजार बच्चों के साथ अभिभावक भी बेसब्री से कर रहे थे. बता दें कि इंटर परीक्षा में बेहतर परिणाम नहीं आने के कारण सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों में खास निराशा थी. हालांकि, मैट्रिक में प्रदर्शन बेहतर होने से छात्रों में संतोष है.

28 बच्चों को वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया था

बिहार बोर्ड के द्वारा परीक्षा की कॉपी जांच होने के बाद टॉपर्स के ‍वेरिफिकेशन के लिए 28 बच्चों को जमुई के सिमुलतला आवासीय विद्यालय से बुलाया गया था. जिन बच्चों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था, उनमें अर्पिता, अनुष्का, नायरा, मनु, आयुषी, आयुषी, भव्या, ज्योति, आस्था अश्वनी, रौशन, प्रभात, सावन, मयंक, शुभम, शुभम, निशांत, शुशांत, विद्याभूषण, मीमांसा, अंशिका, सुषमा, सुनेहा, राहुल, पंखुड़ी, हिमांशु, सुधांशु शेखर आदि शामिल थे.

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सत्यापन की प्रक्रिया में क्या होता है

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति मैट्रिक और इंटर परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों का बोर्ड के द्वारा सत्यापन कराया जाता है. इसमें बिहार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले संभावित टॉपर्स को बुलाकर लिखावट का मिलान और विषय से संबंधित मौखिक प्रश्न पूछता है. बोर्ड के द्वारा ये प्रक्रिया बीते कुछ साल पहले तब शुरू की गयी जब नकल करके कुछ परीक्षार्थी परीक्षा में टॉप कर गए. ऐसे में बोर्ड बदनामी से बचने के लिए रिजल्ट जारी करने से पहले पूरे राज्य से संभावित जिला टॉपर, विषय टापर्स और विषय टॉपर्स को बुलाकर सत्यापन करता है.

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