मोक्ष प्राप्ति के लिए ध्यान सरल उपाय”

आरा : धरती पर मानव का जीवन सबसे उत्तम है. मानव जीवन प्राप्ति के बाद मोक्ष की प्राप्ति सर्वोत्तम है. सबके जीवन का यह लक्ष्य होना चाहिए .मोक्ष प्राप्ति के सर्वोत्तम साधनों में एक साधन कर्णेंन्द्रिय और ध्यान है. मानव जीवन की प्राप्ति प्रभु की अहैतुकी कृपा से ही संभव है. गोस्वामी जी ने रामचरितमानस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2019 6:50 AM

आरा : धरती पर मानव का जीवन सबसे उत्तम है. मानव जीवन प्राप्ति के बाद मोक्ष की प्राप्ति सर्वोत्तम है. सबके जीवन का यह लक्ष्य होना चाहिए .मोक्ष प्राप्ति के सर्वोत्तम साधनों में एक साधन कर्णेंन्द्रिय और ध्यान है. मानव जीवन की प्राप्ति प्रभु की अहैतुकी कृपा से ही संभव है. गोस्वामी जी ने रामचरितमानस में कहा है ‘कबहुक करि करुना नर देही, देत इशु बिनु हेतु सनेही’.

आरा क्लब में काशी के पंचगंगा स्थित श्रीमठ पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानंदाचार्य पद प्रतिष्ठित रामनरेशाचार्य जी महाराज श्रीरामभाव प्रसार यात्रा अंतर्गत परम मंगलमय आध्यात्मिक सत्संग में भक्तों को संबोधित कर रहे थे. भक्तों को मोक्ष प्राप्ति के मर्म को समझाते हुए उन्होंने कहा कि कान के माध्यम से भगवान ह्रदय में प्रवेश कर जाते हैं. हम उनके अंश हैं और वे हमारे अंशी हैं. कहा कि ईश्वर अंश जीव अविनाशी, चेतन अमल सहज सुख राशि. विषय विष है.

Next Article

Exit mobile version