bhagalpur news. आज बांग्ला पद्धति से होगी मां जगधात्री की पूजा, ईख, केला व कोहड़ा की दी जायेगी बलि

भागलपुर के विभिन्न बंगाली बहुल क्षेत्र में गुरुवार को मां जगधात्री की पूजा बांग्ला पद्धति से होगी.

By NISHI RANJAN THAKUR | October 29, 2025 10:17 PM

भागलपुर के विभिन्न बंगाली बहुल क्षेत्र में गुरुवार को मां जगधात्री की पूजा बांग्ला पद्धति से होगी. मानिक सरकार घाट के समीप गांगुलीबाड़ी, घाट रोड में कालीबाड़ी व मशाकचक स्थित दुर्गाबाड़ी में प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना की जायेगी. इसे लेकर सारी तैयार पूरी कर ली गयी है. प्रतिमा को सजाने का काम चल रहा है. एक दिन में ही सप्तमी, अष्टमी व नवमी की होगी पूजा बंगाली बहुल क्षेत्र चंपानगर महाशय ड्योढ़ी बंगाली टोला, मशाकचक, मानिक सरकार, रिफ्यूजी कॉलोनी आदि क्षेत्र में मां जगधात्री की पूजा होगी. आंगन में ईख, केला व कोहड़ा की बलि दी जायेगी. पूजन में मां को खिचड़ी, चटनी, खीर, मिठाई, अलग-अलग फल व विविध व्यंजनों का भोग लगाया जायेगा. गुरुवार को सुबह सप्तमी पूजा, उसके बाद पुष्पांजलि भोग ईख, कोहड़ा, केला की बलि दी जायेगी. खिचड़ी के साथ पांच प्रकार की भाजी, दो तरह की सब्जियां, चटनी, खीर, मिठाई का भोग लगाया जायेगा. सुबह 10:30 बजे के बाद अष्टमी पूजा शुरू होगी और एक बजे समाप्त होगी. अष्टमी का भोग पुलाव, पनीर, चने का दाल, खीर, मिठाई, आलू-गोभी की सब्जी से लगेगा. नवमी पूजा संध्या 4:00 बजे से होगी. नवमी पर खिचड़ी- सब्जी का भोग लगाया जायेगा. कथाशिल्पी शरतचंद के ननिहाल में 215 वर्षों से हो रही है मां की पूजा मानिक सरकार घाट के समीप स्थित कथा शिल्पी शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के ननिहाल गांगुलीबाड़ी में 215 वर्षों से मां जगधात्री की पूजा हो रही है. ननिहाल परिवार के सदस्य उज्जवल गांगुली, शांतनु गांगली, अपर्णा गांगुली, माला गांगुली, सम उज्जवल गांगुली, स्वर्णाली गांगुली आदि लोग कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे हुए हैं. शांतनु गांगुली ने बताया कि यहां पूजन स्थान में कोई बदलाव नहीं किया गया है. कभी यहां के पूजन में खुद कथाशिल्पी शरतचंद्र भी शामिल होते थे. यहां बांग्ला पद्धति से पूजन कराया जायेगा. तरूण घोष ने बताया कि पूजन के दौरान बंगाल से आये ढाकी कलाकार ढाक बजाकर माहौल को भक्तिमय कर देंगे. कालीबाड़ी के महासचिव विलास बागची ने बताया कि पूजा की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. गुरुवार को एक दिन में ही सप्तमी, अष्टमी व नवमी की पूजा अलग-अलग समय में होगी. वहीं दुर्गाबाड़ी के संयुक्त सचिव निरूपमकांति पाल ने बताया कि यहां जगधात्री पूजा में महिलाओं की विशेष भागीदारी होती है. महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलता है. मां जगधात्री खुद शक्ति स्वरूपा हैं. रिफ्यूजी कॉलोनी में अशोक सरकार के संचालन में पूजा होगी.

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