bhagalpur news. शहरी क्षेत्र के बाढ़पीड़ितों को नहीं मिली सुविधा, वोट बहिष्कार की दी चेतावनी

भागलपुर के मुफस्सिल क्षेत्र के बाढ़पीड़ितों के लिए मिल रही सुविधाओं को देखकर शहरी बाढ़पीड़ितों के बीच आक्रोश बढ़ता जा रहा है.

By ATUL KUMAR | August 18, 2025 1:10 AM

भागलपुर के मुफस्सिल क्षेत्र के बाढ़पीड़ितों के लिए मिल रही सुविधाओं को देखकर शहरी बाढ़पीड़ितों के बीच आक्रोश बढ़ता जा रहा है. अब तक उनका हाल जानने तक न प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचे और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधि. ऐसे में बाढ़पीड़ितों ने आगामी विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. साथ ही, कहा है कि किसी दल या कोई नेता इस क्षेत्र में पहुंचेंगे, तो उन्हें यहां के लोगों का विरोध झेलना पड़ेगा.

दीपनगर झुग्गी बस्ती में 100 से अधिक परिवारों का जलमग्न हो गया था घर

दीपनगर झुग्गी बस्ती व आसपास के बाढ़पीड़ित पिंटू दास, मनोज गुप्ता, सितारा महतो, सौरभ राय, गोपाल पासवान, जयश्री देवी, किशोर महतो, सदानंद यादव, मनोज दास आदि ने बैठक कर आगामी विधानसभा चुनाव में वोट बहिष्कार का निर्णय लिया. कहा कि पिछले साल भी मुफ्फसिल क्षेत्र के बाढ़पीड़ितों को सरकारी सहायता राशि से लेकर शिविर की व्यवस्था की गयी थी. इस बार भी इसी तरह उपेक्षा शहरी क्षेत्रों में की गयी. यहां के लोगों को भूखे-प्यासे जहां-तहां रहना पड़ रहा है. कोई सगे-संबंधी के घर शरण लिये हुए हैं. घर डूबने के साथ मवेशियों के चारे व खाने-पीने की चिंता सता रही है. प्रशासनिक पदाधिकारी व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता ने उन्हें यह कठोर निर्णय लेने पर मजबूर किया है. वार्ड 21 अंतर्गत बाढ़पीड़ितों ने राहत, पुनर्वास व स्थायी बाढ़-नियंत्रण की व्यवस्था की मांग की है. साथ ही निर्णय लिया कि वोट मांगने आने वाले नेताओं को काले झंडे दिखाकर विरोध किया जायेगा.

-इधर, वार्ड 10 अंतर्गत साकम के कन्हैया मंडल ने बताया कि उनके घर में भी एक सप्ताह तक पानी भरा रहा. वार्ड 18 में कसबा गोलाघाट, सखीचंद घाट आदि मोहल्ले में बाढ़ से 200 से अधिक परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं. कसबा गोलाघाट के मनोज राय ने बताया कि उन्हें दूसरे घरों की छतों पर शरण लेनी पड़ी है. उनलोगों को लिए कोई शिविर नहीं बनाया गया है. मेघु राम ने बताया कि भोजन, पीने का पानी का अभाव हो गया है. विजय चौधरी ने बताया कि घर में पानी घुस जाने से शौचालय की भी दिक्कत है. विनय सिंह, पूरण पासवान, योगेंद्र दास, राम रजक, रामाशीष सिंह, मोहन साह, मनीष सिंह, जगदीश यादव, मीना देवी, नेपाली मंडल, निशाकर मिश्रा, पवन कुशवाहा ने बताया कि उनकी स्थिति भी दियारा क्षेत्र के बाढ़पीड़ितों से कम खराब नहीं है, फिर भी कोई सुविधा नहीं मिली.

बुनकर मो इमदाद व मो शऊर ने बताया कि उनके क्षेत्र में 100 लूम खराब हो गये. इससे लाखों की क्षति हुई. बुनकर बहुल क्षेत्र मदनीनगर व आसपास क्षेत्र में बुनकर परेशान हैं. कोई देखने तक नहीं आया.

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जदयू नेताओं ने नगर आयुक्त को लिखा पत्र व एसडीओ से की बात

महानगर अध्यक्ष संजय साह ने कहा कि उन्होंने खुद नगर आयुक्त व एसडीओ से बात की है. शहरी बाढ़पीड़ितों को सुविधा दिलाने के लिए उसकी सूची तैयार करा रहे हैं. जदयू नेता राकेश कुमार ओझा ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर शहरी क्षेत्र के बाढ़पीड़ितों को सुविधा देने की मांग की. इसे लेकर नगर आयुक्त ने आश्वासन दिया कि सदर एसडीओ से बातचीत हुई है.

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