bhagalpur news. भागवत कथा में गूंजी निष्काम भक्ति की गाथा, प्रहलाद-ध्रुव के आदर्शों से भावविभोर हुए श्रद्धालु
संत पथिक सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन शनिवार को नई दुर्गा स्थान प्रांगण भक्ति, संगीत और आध्यात्मिक भावनाओं से सराबोर हो उठा
संत पथिक सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन शनिवार को नई दुर्गा स्थान प्रांगण भक्ति, संगीत और आध्यात्मिक भावनाओं से सराबोर हो उठा. हरिद्वार से पधारे कथावाचक स्वामी सुविधानंद जी महाराज ने मधुर संगीत के साथ भागवत कथा का रसास्वादन कराते हुए निष्काम भक्ति की महिमा को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया. कथावाचक ने कहा कि जब भक्ति भावयुक्त होती है, तब भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं. भक्त प्रहलाद और ध्रुव की बाल अवस्था में की गई निष्काम भक्ति आज भी मानव समाज के लिए प्रेरणास्रोत है. बताया कि प्रहलाद पर ईश्वर ने अनेक बार अपनी कृपा दिखाई और दर्शन देकर उनकी भक्ति को अमर कर दिया. वहीं ध्रुव जी की कथा के माध्यम से तप, संयम और अडिग विश्वास का संदेश दिया गया. कथा के दौरान दैत्यराज बलि और वामन भगवान के प्रसंग को भी रोचक एवं भावपूर्ण ढंग से सुनाया गया. ब्रह्मलीन स्वामी पथिक जी महाराज के शिष्य स्वामी सुबोधानंद जी महाराज ने कहा कि संसार में रहकर शांति और सच्ची भक्ति केवल भगवत कृपा से ही संभव है. कथा स्थल पर महिला-पुरुषों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही. वामन भगवान की भव्य झांकी आकर्षण का केंद्र बनी, वहीं भजनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए. आयोजन को सफल बनाने में त्रिवेणी शर्मा, अरूण कुमार चौधरी, कपिलकांत, वासुदेव रामुका, शिवम कुमार, केदार प्रसाद साह, रमेश मंडल सहित अन्य सहयोगी सक्रिय रहे. कथा के मुख्य यजमान भीम मोदी हैं.
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