Bhagalpur News: भागलपुर रेलवे स्टेशन पर एंबुलेंस देने का मामला डिवीजन में अटका
भागलपुर रेलवे स्टेशन पर एंबुलेंस देने का मामला डिवीजन में अटका
– रेलवे स्टेशन के हेल्थ यूनिट से अगर तुरंत मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाना पड़े ताे नहीं मिलेगी एंबुलेंस
वरीय संवाददाता, भागलपुर
पूर्व रेलवे का हावड़ा, आसनसोल के बाद भागलपुर रेलवे स्टेशन सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला स्टेशन है. मालदा स्टेशन भी भागलपुर से ज्यादा राजस्व नहीं देता है लेकिन इतने बड़े राजस्व वाले स्टेशन में अगर किसी यात्री की तबीयत अधिक खराब हो जाये तो दूसरे स्टेशन तक ले जाने के लिए एक भी एंबुलेंस नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले छह माह से एबुलेंस को लेकर मालदा डिवीजन के पदाधिकारी फाइलों में ही लगे हुए हैं लेकिन नतीजा कुछ नहीं है. दो संस्था ने इसमें रूचि भी ली थी लेकिन डिवीजन के नियम-परिनियम को देख कर अभी तक इस पर डिवीजन व एक संस्था के बीच सांमजस्य बैठ नहीं पाया है. जिससे एंबुलेंस का मामला डिवीजन में अटका हुआ है.अगर तुरंत मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाना पड़े, ताे नहीं मिलेगी एंबुलेंस
भागलपुर हेल्थ यूनिट के पास गंभीर मरीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. सबसे बड़ी बात यह है कि अगर ट्रेन से गिर कर किसी यात्री को गंभीर चोट लग गयी, तो एंबुलेंस खोजने पर भी नहीं मिलेगी. स्टेशन परिसर के किसी ऑटो से मरीज को मायागंज अस्पताल पहुंचाया जाता है. एंबुलेंस मिले इसके लिए भागलपुर के पदाधिकारी डिवीजन के पदाधिकारियों को कोई तत्परता नहीं दिखाते हैं.भागलपुर सहित कई स्टेशनों पर इसकी व्यवस्था नहीं
भागलपुर सहित कई रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को इलाज के लिए दूसरे जगह रेफर करने के लिए भागलपुर सहित कई स्टेशनों पर एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं है. जमालपुर रेलवे स्टेशन को छोड़ कर अन्य स्टेशनों जिसमें कहलगांव, सबौर, पीरपैंती, घोघा, साहेबगंज सहित कई और स्टेशनों पर इसकी व्यवस्था नहीं है.-डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
