bhagalpur news. सिल्क सिटी में आज खुलेंगे मंदिरों के पट, प्रतिमाओं में होगी प्राण-प्रतिष्ठा
सिल्क सिटी के विभिन्न पूजा स्थानों में षष्ठी पूजा पर रविवार को मां कात्यायनी स्वरूप की पूजा अलग-अलग समय में विधि-विधान से हुई.
सिल्क सिटी के विभिन्न पूजा स्थानों में षष्ठी पूजा पर रविवार को मां कात्यायनी स्वरूप की पूजा अलग-अलग समय में विधि-विधान से हुई. वहीं सप्तमी पर सोमवार को सभी पूजा स्थानों पर प्राण-प्रतिष्ठा पूजन के बाद माता का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जायेगा. जुबक संघ के सचिव बबन साहा ने बताया कि मारवाड़ी पाठशाला परिसर में षष्ठी पूजा को बोधन घट स्थापित की गयी. इसे माता का आगमन पूजा भी कहा जाता है. सोमवार को प्राण-प्रतिष्ठा पूजा बांग्ला विधि-विधान से होगी. सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे व आग से सुरक्षा के लिए अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था की गयी है. श्रद्धालुओं के लिए मेला परिसर में प्रवेश द्वार पटल बाबू रोड से व निकासी द्वार आरपी रोड की ओर है. कचहरी चौक पर सत्कार क्लब की पंडाल बनाया गया है. धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि षष्ठी पूजन के बाद माता दुर्गा की ननद को बेल निमंत्रण दिया गया. सप्तमी पर सोमवार को सुबह नौ बजे प्राण-प्रतिष्ठा पूजन होगा. अष्टमी व नवमी को खिचड़ी व दशमी को हलवा का भंडारा होगा. वहीं मानिकपुर व गुड़हट्टा चौक पर स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा का पट मध्य रात्रि में खोल दिया गया. सोमवार को श्रद्धालु माता का दर्शन कर सकेंगे. मुंदीचक गढैया में भी षष्ठी पूजन हुआ. दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी व रिफ्यूजी कॉलोनी में बांग्ला विधि से पूजन दुर्गाबाड़ी के संयुक्त सचिव निरूपमकांति पाल ने बताया कि सुबह बांग्ला विधि-विधान से षष्ठी पूजन हुआ. शाम में देवी दुर्गा का बोधन घट स्थापित किया गया. इसके बाद बेल आमंत्रण दिया गया. सोमवार को सप्तमी पूजा होगी. इसके बाद नवपत्रिका का प्रवेश होगा, कालीबाड़ी में षष्ठी पूजा बांग्ला विधि-विधान से की गयी. इसी दौरान आमंत्रण व अधिवास की रस्म पूरी की गयी. महासचिव विलास बागची ने बताया कि सप्तमी को केला के थंब को केला बहू के रूप में गंगा स्नान कराया जायेगा. इसके बाद भगवान गणेश की प्रतिमा के बगल में केला बहू स्थापित की जायेगी. इसके बाद मां दुर्गा की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. माता का मुख्य घट स्थापित की जायेगी. इसके अलावा रिफ्यूजी कॉलोनी मोहद्दीनगर में डांडिया का आयोजन मोहद्दीनगर दुर्गा मंदिर में षष्ठी पूजा पर रविवार को डांडिया का आयोजन किया गया. अध्यक्ष राकेश रंजन केसरी के संचालन में पूजन आयोजन हुआ. षष्ठी पूजन में सचिव प्रफुल्ल सिंह, गणेश मालाकार आदि उपस्थित थे. महाशय ड्योढ़ी और सूजापुर में चढ़ा मेढ़ पर मेढ़, आज दोबारा लुटायी जायेगी कौड़ी नाथनगर क्षेत्र में बंगाली पद्धति से पूजा होनेवाले महाशय ड्योढ़ी और सूजापुर दुर्गा स्थान में रविवार को मेढ़ पर मेढ़ चढ़ाया गया. इसे भी विधिपूर्वक ढोल, ढाक, बाजे-गाजे, शंखनाद के बीच संपन्न किया गया. दुर्गा पूजा पर मेढ़ पर मेढ़ चढ़ाने की परंपरा महाशय परिवार के श्रीराम घोष द्वारा संपूर्ण बिहार में पहली बार प्रारंभ किया गया था. सामाजिक कार्यकर्ता देवाशीष बनर्जी ने बताया कि महाशय ड्योढी दुर्गा स्थान से सोमवार को सुबह 6:00 से 6:30 बजे तक कलश भरने का कार्यक्रम बंगाली टोला घाट तक जायेगा. कलश यात्रा में कोलाबो नव पत्रिका को बहू के रूप में सजाकर पालकी में डालकर घाट पर पहुंच कर नव द्रव्य से नहलाया जायेगा. वापस आने के बाद कौडी भी लुटायी जायेगी. इसके अलावा नाथनगर क्षेत्र के मनसकामनानाथ, सीटीएस रोड, एमटीएन घोष रोड, पासीटोला, नसरतखानी, नूरपुर आदि में स्थापित दुर्गा मां की पूजा धूमधाम से की जा रही है. सिल्क सिटी में बढ़ी डांडिया की धूमसिल्क सिटी में अचानक डांडिया की धूम इतनी बढ़ी कि बाजार में डांडिया ड्रेस की बहार आ गयी. लहंगा-चुनरी, प्लाजो सेट व रेडिमेड साड़ी की डिमांड बढ़ गयी. बाजार में 900 से 5000 रुपये तक के डांडिया ड्रेस उपलब्ध है. डांडिया ड्रेस के स्पेशलिस्ट दुकानदार जॉनी संथालिया ने बताया कि नवरात्रि के साथ ही शहर की रौनक बढ़ गयी है. विशेषकर डांडिया नाइट्स की तैयारी को लेकर बाजारों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा. खासकर कुर्ता, लहंगा और दुपट्टे की बिक्री में इस बार जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है. मुख्य बाजार के मारवाड़ी टोला लेन, वेराइटी चौक, खलीफाबाग चौक समेत अन्य मुख्य बाजार क्षेत्र में ग्राहकों की भीड़ लगातार बढ़ रही है. यहां डांडिया नाइट्स के लिए विशेष ऑफर और आकर्षक कलेक्शन की व्यवस्था की गयी है. इन दुकानों में डांडिया ड्रेस पर लुभावने छूट भी मिल रहे हैं. लेडिज ड्रेस दुकानों में कुर्ता, लहंगा, दुपट्टा, जैकेट, स्टोल और डिजाइनर ड्रेस के नये कलेक्शन को शामिल किये गये हैं. इसके अलावा सौंदर्य प्रसाधन दुकानों में भी चमकीली लहठी, आर्टिफिशियल ज्वेलरी की भी डिमांड बढ़ गयी है. बुलिया मनिहार ने बताया कि उनके यहां से राजस्थानी व गुजराती जरी वर्क व एडी स्टोल वाली लहठी महिलाएं व युवतियां खास पसंद कर रही है. 500 से 1000 रुपये तक महंगी लहठी उपलब्ध है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
