bhagalpur news. दशहरा में दो करोड़ के बिकेंगे टिकरी, गोपालभोग, लड्डू, खाजा व जलेबी

दशहरा को लेकर बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही और रोजाना कपड़ा, फल-फूल, पूजन व अन्य सामग्री की बिक्री करोड़ों में हो रही है. मिठाई का बाजार भी इनसे कम नहीं है.

By NISHI RANJAN THAKUR | September 29, 2025 9:45 PM

दशहरा को लेकर बाजार में ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही और रोजाना कपड़ा, फल-फूल, पूजन व अन्य सामग्री की बिक्री करोड़ों में हो रही है. मिठाई का बाजार भी इनसे कम नहीं है. मिठाई का कारोबार पांच करोड़ से अधिक का होने का अनुमान है. इसमें केवल दो करोड़ की पारंपरिक मिठाई टिकरी, गोपालभोग, लड्डू, खाजा व जलेबी की बिक्री होगी. इतना ही नहीं डिमांड को देखते हुए शहर की बड़ी मिठाई दुकानों में भी पारंपरिक मिठाई की ब्रांडिंग की गयी है. पारंपरिक मिठाई टिकरी, खाजा, गोपालभोग, लड्डू आदि के स्टॉल सज गये हैं. बताशा से होगा 50 लाख का कारोबार सप्तमी, अष्टमी, नवमी व दशमी के दौरान पूजन में उपयोग होने वाला बताशा की बिक्री 50 लाख से अधिक की होगी. फैंसी मिठाई की बजाय दुर्गा पूजा में पारंपरिक मिठाई का क्रेज अब भी बरकरार है. मिठाई दुकानदार नंद किशोर साह ने बताया कि हर साल मिठाई में केवल टिकरी (बालुशाही) चार क्विंटल से अधिक की बिक्री होती है. शहर में मिठाई की दुकानें 200 से अधिक हैं. एक किलो टिकरी के दाम 180 से 200 रुपये किलो है. 100 से अधिक दुकानों में टिकरी की बिक्री होती है. दुर्गा पूजा में 50 लाख रुपये की केवल टिकरी बिकने का अनुमान है. वहीं खाजा 200 से 500 रुपये किलो, जबकि गोपालभोग 160 से 200 रुपये किलो बिक रहे हैं. इसके अलावा जलेबी, छेना, लड्डू, राजभोग, रसमलाई, गुलाब जामुन आदि मिठाई की बिक्री भी हो रही है. बताशा के थोक दुकानदार ने बताया कि शहर में बताशा के नौ थोक दुकानदार हैं. भागलपुर जिले ही नहीं दूसरे जिले में भी सप्लाई होती है. दुर्गा पूजा पर पांच से सात क्विंटल रोजाना बताशा की बिक्री कर लेते हैं. एक किलो बताशा 100 रुपये किलो तक बिक रहे हैं, जबकि खुदरा में 12 से 15 रुपये 100 ग्राम बिक रहे हैं. दुर्गा पूजा पर चार दिनों में 50 लाख रुपये से अधिक बताशा के कारोबार की संभावना है. बंगाली मिठाई से लेकर मालपुआ, दिलखुश बर्फी की डिमांड मिठाई कारोबारी बलराम झुनझुनवाला ने बताया कि आदर्श जलपान में पारंपरिक मिठाई को विशेष महत्व मिल रहा है. यहां बालूशाही-टिकरी, खाजा व लड्डू विशेष तौर पर तेयार हो रहा है. सप्तमी पर मालपुआ व दिलखुश बर्फी की खूब बिक्री हुई. इसके अलावा काजू बरफी, सोहन पापड़ी, बालूशाही, गोंद लड्डू, केशरिया पेड़ा, संदेश, मलाइ चॉप आदि मिठाई भी यहां उपलब्ध है. इसके अलावा काजू व अंजीर की फैंसी मिठाई तैयार की जा रही है. बंगाली बहुल क्षेत्र में बंगाली मिठाई भी खूब पसंद किये जा रहे हैं. गोकुल स्वीट्स के प्रोपराइटर पार्थो घोष ने बताया कि बंगाली मिठाई अन्य समाज के लोग भी पसंद कर रहे हैं. बंगाली मिठाई में चिरनी बाबू संदेश, काजू मटका, काजू एपल, मलाई चॉप, खीर कदम, क्रीम चॉप, कलाकंद, रसभरी आदि मिठाई तैयार की गयी है.

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