Bhagalpur news नकल नहीं मिलने पर अंचल कार्यालय में किया हंगामा
बाथ के गौरव कुमार नामक एक युवक ने नकल (दस्तावेज) नहीं मिलने से नाराज होकर हंगामा करने लगा
सुलतानगंज अंचल कार्यालय में मंगलवार को उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब करहरिया, बाथ के गौरव कुमार नामक एक युवक ने नकल (दस्तावेज) नहीं मिलने से नाराज होकर हंगामा करने लगा. युवक का आरोप है कि तीन माह पहले नकल के लिए आवेदन देने के बाद भी कर्मचारी लगातार टालमटोल कर रहे हैं और दस्तावेज देने के एवज में रिश्वत की मांग कर रहे हैं. युवक ने बताया कि वह रोज पैसे खर्च कर कार्यालय आता है, लेकिन कर्मचारी बहाना बनाकर उसे दौड़ा रहे हैं. नकल देने में देरी से परेशान युवक मंगलवार को भड़क उठा और कार्यालय परिसर में जमकर शोर-शराबा करने लगा. हंगामा सुन कर कार्यालय के सभी कर्मचारी काम छोड़ कर बाहर आ गये. युवक की कर्मचारी से तकरार बढ़ गयी और वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए धमकी देने लगा. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीपीआरओ मौके पर पहुंचे और युवक को शांत कराने की कोशिश की. उन्होंने समझाया कि यदि नकल नहीं मिल रहा है, तो इसके लिए उच्च अधिकारी से शिकायत कीजिए, लेकिन कार्यालय में हंगामा करना उचित नहीं है, इससे कामकाज बाधित होता है. काफी देर तक समझाने के बाद युवक वहां से बाहर निकला, जिसके बाद कार्यालय का माहौल सामान्य हो सका. सीओ ने बताया कि वह कार्यालय से बाहर होने के कारण घटना से अनजान थे. उन्होंने कहा कि बुधवार को पूरे मामले की जांच की जायेगी और दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी.
निर्माणाधीन एनएच-80 की स्थिति बिगड़ी, जगह-जगह गड्ढे
कहलगांव शहर में एनएच-80 की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. जगह-जगह जलापूर्ति योजना का पाइप पिछले दो माह से लीक है, जिससे बहता पानी सड़क पर फैल कर कीचड़ में तब्दील हो गया है. गांगुली पार्क चौक से पोस्ट ऑफिस चौक तक एनएच-80 के गड्ढों और कीचड़ से सड़क पूरी तरह बेहाल है. रोजाना बाइक सवार फिसलकर गिर रहे हैं, जबकि टोटो और ऑटो पलटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पैदल चलने वालों को सावधानी से गुजरना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि एनएच-80 निर्माण कंपनी निर्माण कार्य मनमाने ढंग से कर रही है. सड़क का ऊपरी हिस्सा उठाने के दौरान आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर भूमिगत जलापूर्ति पाइप क्षतिग्रस्त कर दिये, जिससे लगातार पानी बहने लगा. करीब 15 दिनों से शहर की सड़क नारकीय स्थिति में पहुंच गयी है. पिछले छह महीनों से डेढ़ किलोमीटर सड़क को कई जगह खोद कर छोड़ दिया गया है, जिससे लोगों में रोष बढ़ रहा है. निर्माण कार्य की धीमी गति से अनुमंडल प्रशासन को वाहनों के रूट बदलने पड़े, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
