भागलपुर सड़क हादसा: एक साथ चार सुहागिनों की टूटी चूड़ियां, दुल्हन के बदले पांच अर्थियां लेकर लौटा दूल्हा

पूर्णिया से विवाह के लिए निकले दूल्हे को यह मालूम भी नहीं था कि वो दुल्हन लेकर नहीं लौटेगा बल्कि पांच अर्थियों को लेकर वह अपने गांव वापस आएगा. विवाह की खुशियां पल भर में मातम में बदल गयी.

By Prabhat Khabar | June 15, 2022 2:37 PM

विजय कुमार सिंह, पूर्णिया: सोमवार को रुपौली थाना क्षेत्र के रामपुर परिहट पंचायत के गोखली टोला से छठ्ठू मंडल के दरवाजे से नारायणपुर चौहद्दी गांव के रामदेव मंडल के घर के लिए धूमधाम से बारात निकली. मगर किसी को क्या मालूम था कि जिस दूल्हा वरूण को अपनी नयी नवेली बहू को लेकर लौटना था, उसे पांच-पांच अर्थी लेकर लौटनी होगी. अर्थियों के साथ गांव लौटे दूल्हा वरूण को हल्दी के बदले खून से सने कपड़े में देखकर पूरा रूपौली रो पड़ा. जिससे घरवाले ने हंसी-ठिठोली कर बारात में अपना सेहरा ठीक से संभालने कहा था, उसने कलेजे पर पत्थर रखकर पार्थिव शरीरों को कंधा दिया.

ऑटो ट्रक की चपेट में आयी

नारायणपुर चौहद्दी गांव के रामदेव मंडल के यहां बारात पहुंचने से पहले ही भागलपुर के बिहपुर में एनएच 31 पर बारात की एक ऑटो ट्रक की चपेट में आ गयी. इस हादसे में दूल्हा वरुण के पिता छठ्ठु मंडल, चाचा मदन मोहन मंडल, चाचा पिंटू मंडल, फूफा गजाधर मंडल और गांव का ऑटो चालक गजेन्द्र साह की जान चली गयी.

बारात में पांच लोगों की मौत, गांव में कोहराम

सड़क हादसे में बड़ा भाई बिपिन मंडल, बिनोद मंडल, मिठ्ठू मंडल, मयंन मंडल, सूरज मंडल ,सौरव मंडल आदि गंभीर रूप से जख्मी हो गये. जैसे ही गांव में यह खबर मिली कि वरुण की शादी में गयी बारात में पांच लोगों की मौत सड़क हादसे में हो गयी तो पूरे गांव में हर तरफ कोहराम मच गया. सुबह होते-होते पूरा रूपौली गमगीन हो गया.

Also Read: AK-47 जब्ती मामला: RJD के बाहुबली MLA अनंत सिंह की विधायकी होगी खत्म? जानें संविधान में क्या है प्रावधान
एक साथ चार सुहागिनों की टूटी चूड़ियां, तो सिहर गया हर कोई

दूल्हे की मां रंजो देवी एक ही बात कहकर रोने लगती थी आवे रहल रहे दुलहन तह इह हमर मालिक के लाश केनाय के आबी गेलय होव बाप. यह कहकर रो रोकर चित्कार कर दहाड़ मार कर मूर्छित हो कर जमीन पर गिर जाती है. वापस होश में आने पर एकही बात रट लगाये रहती है. वहीं मदन मोहन की पत्नी बिशेखा, पिंटू की पत्नी किरण सभी महिलाओं को एक साथ हाथों की कांच की चूड़ियां फोड़ते देख देख हर कोई दहल जाता है.

फफकती है महिलाएं

किरण कलपती है कि भतीजे की शादी के लोकर दो जोड़ा कपड़ा सिलाई थी. नये कपड़े पहनकर रस्मो रिवाज करेगी. वही बिशेखा रो-रोकर बदहवास है. वह एक ही बात का रट लगाये है कि अब उसका संसार कैसे चलेगा. ओटो चालक गजेंद्र मंडल की पत्नी इना देवी फफकती है होव बाबु जब गंभीर रूप से बिमार छलैय तबे ठीक होय गेलय. जब सबकुछ ठीक होय गेलय तो हमरा छोड़ चल गलये.

दूल्हे के फूफा का शव उदाकिशुनगंज भेजते वक्त फफक पड़े लोग

दूल्हा वरूण के फूफा उदाकिशुनगंज निवासी गजाधर मंडल को पूरे गांव ने अंतिम विदाई तो हर किसी की आंखों में आंसू थे. फूफा का शव अन्य शवों के साथ रूपौली पहुंचा. इसके बाद पूरे गांव ने कलेजे पर पत्थर रखकर अपने मेहमान की अर्थी उनके गांव उदाकिशनगंज भेजी. हर कोई बरबस फफक पड़ा कि किसी दुश्मन को भी यह दिन नहीं देखना पड़े कि उसे उसके मेहमान का शव ससुराल से घर भेजना पड़े. शवयात्रत्रा में हर तरफ अर्थी ही अर्थी दिखाई दे रही थी.

Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरे पढे यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.

FOLLOW US ON SOCIAL MEDIA
Facebook
Twitter
Instagram
YOUTUBE

Posted By: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version