bhagalpur news. जानलेवा है हृदय की बीमारी, बचाव के लिए बदलें जीवनशैली

हृदय रोग मौत का कारण बन सकता है. दुनिया में सबसे अधिक हृदय रोग से ग्रस्त लोग की मौत होती है. पूरे वर्ष में 1.73 करोड़ लोग मरते हैं.

By NISHI RANJAN THAKUR | September 28, 2025 11:03 PM

हृदय रोग मौत का कारण बन सकता है. दुनिया में सबसे अधिक हृदय रोग से ग्रस्त लोग की मौत होती है. पूरे वर्ष में 1.73 करोड़ लोग मरते हैं. इसके बाद 80 लाख कैंसर के रोगी, फेफड़े के रोगी 40 लाख एवं डायबिटीज से 15 लाख लोग मरते हैं. हृदय रोग से बचने के लिए लोगों को अपनी जीवनशैली बदलनी होगी. उक्त बातें इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ डीपी सिंह ने मरीजों को जागरूक करते हुए कही. उन्होंने बताया कि 1999 में विश्व हृदय दिवस की नींव पड़ी. तभी से 29 सितंबर को हृदय दिवस मनाया जाता है. उन्होंने बताया कि सबसे पहले लोगों को सुबह-सुबह भ्रमण करने की आदत डालना चाहिए या घूमने का बहाना ढूंढ़ना चाहिए. खान-पान में अहितकर भोजन नहीं लेना चाहिए, फल-हरी सब्जियों की मात्रा अधिक से अधिक हो. धूम्रपान एवं मद्यपान नहीं करना चाहिए. हृदय को स्वस्थ रखने के लिए हंसना जरूरी है. हंसने से रक्त संचार पर असर पड़ता है. सकारात्मक सोच रखनी चाहिए. लोग व्यायाम तो कर रहे है, लेकिन जंक फूड से नहीं बच पा रहे हैं. तनाव हृदय रोग को बढ़ावा देता है. रात्रि भोजन में नमक की मात्रा कम करें.

विश्व हृदय रोग दिवस पर स्वास्थ्य व जागरूकता शिविर का आयोजन

वर्ल्ड हार्ट डे के अवसर पर एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (भागलपुर चैप्टर) व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए,भागलपुर) के संयुक्त तत्वाधान में रविवार को आइएमए भवन में स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. डॉ डीपी सिंह (कन्वेयर) व एपीआई, सेंट्रल गवर्निंग बॉडी सदस्य ने कहा कि इस बार का थीम है डोंट मिस ए बीट (एक धड़कन भी ना चुके). उन्होंने कहा कि यह थीम दिल के स्वास्थ्य को लेकर लोगो को सक्रिय रहने के महत्व पर जोर देता है. उन्होंने कहा कि दिल की बीमारी युवाओं को भी बहुत तेजी प्रभावित करने लगी है. डॉ रेखा झा, अध्यक्ष आइएमए भागलपुर ने कहा कि इस स्वास्थ व जागरूकता शिविर का आयोजन सुबह दस बजे से 12 बजे तक हुआ. इसमें लगभग 70 मरीजों के स्वास्थ की जांच की गयी. चिकित्सकों द्वारा परामर्श दिया गया. इससे पहले आईएमए क्लिनिक का उद्घाटन डॉ किरण सिंह ने किया. इस माैके पर डॉ अंजुम परवेज अध्यक्ष, एपीआई, भागलपुर चैप्टर ने कहा कि इस तरह की जागरूकता अभियान से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी नयी जानकारी मिलती है. स्वास्थ शिविर में भागलपुर के वरीय फिजिशियन चिकित्सक डॉ ए के सिन्हा, डॉ एके पांडेय, डॉ किरण सिंह, डॉ रेणु कुमारी, डॉ जे पी सिन्हा, डॉ अमरेंद्र कुमार सिन्हा, डॉ मणि भूषण, डॉ वर्षा सिन्हा, डॉ संगीता के अलावा और भी चिकित्सक मौजूद थे. यह जानकारी डॉ मनीष कुमार सचिव एपीआई ने दी. समाजसेवी कमल जायसवाल, प्रकाश चंद्र गुप्ता भी मौजूद रहे.

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