अब बाढ़ पीड़ितों के समक्ष बीमारी से लड़ने की चुनौती

सुलतानगंज में बाढ़ पीड़ितों के समक्ष बीमारी का खतरा.

By KALI KINKER MISHRA | August 17, 2025 10:01 PM

प्रखंड क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में कमी आने के बाद बाढ़ पीड़ितों के समक्ष नई समस्या सामने आ गई है. पानी घटने के साथ घरों और गलियों में जलजमाव से उठ रही दुर्गंध लोगों को परेशान कर रही है. इसके साथ ही महामारी फैलने की आशंका गहराने लगी है. बाढ़ का प्रकोप सुलतानगंज के आठ पंचायतों में है. पानी घटते ही लोग अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं, लेकिन कई जगहों पर गलियों और घरों में पानी अब भी जमा है, जिससे बाढ़ पीड़ितों को लौटने में कठिनाई हो रही है.

जलजमाव से उठ रही सड़ांध, कीड़े-मकोड़ों और मच्छरों की बढ़ती संख्या ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है. ग्रामीणों को जलजनित बीमारियों का खतरा सता रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासनिक स्तर पर राहत की व्यवस्था कमजोर रही है. इस बार की बाढ़ में तिलकपुर को छोड़कर कहीं भी अस्थायी शौचालय नहीं बनाए गए. इसके कारण लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं, खासकर महिलाओं को अधिक कठिनाई झेलनी पड़ रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से वार्डों में अब तक ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव शुरू नहीं किया गया है. इधर, जिला प्रशासन के निर्देश पर शुक्रवार से सभी सामुदायिक किचन बंद कर दिए गए हैं. इससे लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं और विषम परिस्थितियों में गुजर-बसर करने को मजबूर हैं. वार्ड संख्या सात की एक महिला ने बताया कि ग्रामीणों को सबसे अधिक चिंता जलजनित रोगों और महामारी फैलने की है. ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल पानी की निकासी, सफाई और चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने की मांग की है.

बाढ़ प्रभावित वार्ड 26 और 27 में आज लगेगा मेडिकल कैंप

सुलतानगंज. नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 26 और 27 के ग्रामीण रविवार को मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू के आवास पर पहुंचे और बाढ़ के बाद उत्पन्न हो रही समस्याओं के समाधान को लेकर चर्चा की. ग्रामीणों ने सामुदायिक किचन के माध्यम से मिली राहत के लिए मुख्य पार्षद को धन्यवाद दिया और स्वास्थ्य सुविधा की मांग की. ग्रामीणों की मांग पर मुख्य पार्षद ने रेफरल अस्पताल प्रभारी डॉ कुंदन भाई पटेल से दूरभाष पर बात की. इसके बाद सोमवार को वार्ड संख्या 27 के मुंशी पट्टी में मेडिकल कैंप लगाने का निर्देश दिया गया. कैंप में डॉक्टर, एएनएम, दवाइयां और एम्बुलेंस की व्यवस्था होगी. साथ ही बाढ़ पीड़ितों की स्वास्थ्य जांच कर नि:शुल्क दवा भी वितरित की जाएगी. ग्रामीणों ने वार्ड में ब्लीचिंग और फॉगिंग की भी मांग रखी, जिस पर मुख्य पार्षद ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया.

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