bhagalpur news. अंगिका को कोड दिलाने के लिए करेंगे प्रयास : रोहित पांडेय
अंगिका भाषा को कोड दिलाने के लिए वे प्राणपण से प्रयास करेंगे. इस क्षेत्र के सभी विधायकों के साथ मिलकर इस संबंध में विधानसभा में भी प्रश्न उठाया जायेगा
अंगिका भाषा को कोड दिलाने के लिए वे प्राणपण से प्रयास करेंगे. इस क्षेत्र के सभी विधायकों के साथ मिलकर इस संबंध में विधानसभा में भी प्रश्न उठाया जायेगा. उक्त बातें भागलपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रोहित पांडेय ने रविवार को स्थानीय लाजपत पार्क समीप चिल्ड्रन पार्क परिसर में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अमरेंद्र रचित उपन्यास ””””””””विशाखा”””””””” का लोकार्पण करने के दौरान कही. अंग संवाद संबद्ध श्रीकृष्ण क्लब बरारी एवं अरुनुज फिल्म्स दिल्ली के बैनर तले समारोह का आयोजन किया गया. कहा कि विधानसभा में जो समितियां बनीं हैं, उनमें पीरपैंती के विधायक मुरारी पासवान को विरासत समिति में रखा गया है. इससे इस क्षेत्र के साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को और अधिक मजबूत करने पर बल मिलेगा. ””””””””विशाखा”””””””” उपन्यास के लेखक डॉ अमरेंद्र की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके माध्यम से इन्होंने इस अंग क्षेत्र के इतिहास को बताने का कार्य किया है. उन्होंने हरेक कालखंड में मातृशक्तियों द्वारा किये गये कार्यों की प्रशंसा की. उपन्यास के लेखक डॉ अमरेंद्र ने ””””””””विशाखा”””””””” लिखने की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए कहा कि अंगुलीमाल का स्तूप तो है, लेकिन विशाखा का स्तूप कहीं नहीं है, जो चिंता का विषय है. डॉ योगेंद्र ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विशाखा और गौतम बुद्ध से मिलन की चर्चा की. डॉ मनोज मीता ने अंग वस्त्रम प्रदान कर स्थानीय विधायक का स्वागत किया. उन्होंने भी विधायक से गृहमंत्री सम्राट चौधरी के साथ मिलकर अंगिका को कोड दिलाने का अनुरोध किया. कहा कि ऐसा होने पर शिलालेख पर आपका भी नाम अंकित होगा. वरिष्ठ साहित्यकार सुधीर कुमार प्रोग्रामर ने अंगिका को कोड दिलाने का अनुरोध पत्र विधायक को सौंपा. तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर अंगिका विभाग की व्याख्याता डॉ शोभा कुमारी ने उपन्यास ””””””””विशाखा”””””””” के कुछेक प्रसंगों की चर्चा की. मंजूषा कला की सिद्धहस्त कलाकार डॉ उलूपी झा ने विधायक को एक मंजूषा पेंटिंग भेंट की. वरिष्ठ समाजसेवी लखनलाल पाठक ने विशाखा और भदरिया क्षेत्र के संबंधों की चर्चा की. संचालन वरिष्ठ साहित्यकार सह रंगकर्मी शीतांशु अरुण ने किया. कार्यक्रम के आरंभ में लोक कलाकार अर्पिता चौधरी ने विस्तार से ””””””””विशाखा”””””””” उपन्यास का परिचय उपस्थित साहित्यप्रेमियों को कराया. इस मौके पर टीएमबीयू के पूर्व प्रॉक्टर रतन कुमार मंडल, डॉ आभा पूर्वे, डॉ मीरा झा, सुरेश सूर्य, सत्य नारायण मंडल, त्रिलोकी नाथ दिवाकर, धीरज पंडित, दयानंद जायसवाल, पारस कुंज, डॉ अलका सिंह, वर्षा ऋतु, विक्रम कांत, मुरारी मिश्र, शेखर खागड़ी, छाया पांडे, नीरज कुमार, मनीष आर्यन, ओम नारायण कुशवाहा, अंशु कुमारी, डॉ जयंत जलद, अनुकृति कुमारी आदि उपस्थित थे.
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