bhagalpur news. किलकारी में भागलपुर में 20 दिवसीय शास्त्रीय अभिनय कार्यशाला का समापन
किलकारी बिहार बाल भवन भागलपुर के कंपनीबाग परिसर में आयोजित 20 दिवसीय शास्त्रीय अभिनय कार्यशाला का समापन मंगलवार को किया गया
किलकारी बिहार बाल भवन भागलपुर के कंपनीबाग परिसर में आयोजित 20 दिवसीय शास्त्रीय अभिनय कार्यशाला का समापन मंगलवार को किया गया. मालूम हो कि यह कार्यशाला सात दिसंबर को प्रारंभ किया गया था. संचालन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, वाराणसी से प्रशिक्षित युवा रंगकर्मी मिथिलेश कुमार ने किया. उन्होंने बच्चों को शास्त्रीय रंगमंच की चारी, मुद्राएं, अंग-उपांग संचालन, रंगपट्टी, मंच प्रवेश-प्रस्थान एवं संस्कृत नाट्य परंपरा का प्रशिक्षण दिया और भास कृत संस्कृत नाटक ‘मध्यम व्यायोग’ की सघन तैयारी करायी. समापन पर ‘मध्यम व्यायोग’ की प्रभावशाली प्रस्तुति दी गयी. कार्यक्रम का उद्घाटन प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक साहिल राज, प्रमंडल संसाधन सेवी जितेंद्र कुमार झा एवं युवा रंगकर्मी डॉ कुमार चैतन्य प्रकाश ने दीप प्रज्वलन कर किया. नाटक महाभारत काल की पृष्ठभूमि पर आधारित रहा, जिसमें भीम, हिडिंबा, घटोत्कच और भीम के पुत्रों के माध्यम से धर्म, त्याग और कर्तव्य का संदेश दिया गया. झज्जर पूजन, रंगपट्टी और भारत-वाक्य ने प्रस्तुति को शास्त्रीय गरिमा प्रदान की. साहिल राज ने अभिभावकों और प्रशिक्षक मिथिलेश कुमार के योगदान की सराहना की. वहीं डॉ कुमार चैतन्य प्रकाश ने इसे भागलपुर में संस्कृत नाटक का प्रथम सफल प्रयास बताया. अंत में मिथिलेश कुमार और डॉ कुमार चैतन्य प्रकाश को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. नाटक का निर्देशन मिथिलेश कुमार और प्रकाश परिकल्पना सुमित कुमार मिश्रा की रही. सूत्रधार प्रिया कुमारी, ब्राह्मण नीतू कुमारी, ब्राह्मणी माही कुमारी, प्रथम पुत्र पूजा कुमारी, मध्यम पुत्र सोनू कुमार, घटोत्कच आदित्य राज चौधरी, कनिष्ठ पुत्र पीयूष कुमार, भीम स्वाति कुमारी, हिडिंबा रोशनी कुमारी सहित सभी कलाकारों व तकनीकी दल ने प्रस्तुति को सफल बनाया. कार्यक्रम में किलकारी के प्रशिक्षक मनोज कुमार, कुमार संभव, वीर अभिमन्यु, संतोष कुमार, सचिन कुमार, नामांकन प्रभारी नजफ मुमताज आदि मौजूद थे.
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