Bhagalpur news अगुवानी–सुलतानगंज गंगा पुल पर केसिंग का कार्य तेज
अगुवानी–सुलतानगंज गंगा ब्रिज निर्माण कार्य एक बार फिर गति पकड़ रहा है.
अगुवानी–सुलतानगंज गंगा ब्रिज निर्माण कार्य एक बार फिर गति पकड़ रहा है. गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रही कमी से पुल की संरचना से जुड़े महत्वपूर्ण केसिंग कार्य तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है. वर्तमान में निर्माण एजेंसी नदी में पानी का स्तर तीन फीट कम होने का इंतजार कर रही है, ताकि पिलर संख्या 10, 11 और 12 के कुओं को पूरी तरह साफ कर कार्य को फिर से सुचारू रूप से शुरू किया जा सके. सुलतानगंज फोर लेन गंगा ब्रिज के एप्रोच पथ का काम तेजी से हो रहा है.
पिलरों के कुएं की सफाई के बाद शुरू होगा मुख्य काम
तकनीकी अधिकारियों के अनुसार नदी के तेज बहाव से पिलर 10, 11 और 12 के कुओं में काफी मात्रा में गाद, मिट्टी भर जाने की संभावना को देखते केसिंग कार्य तेज किया गया है. पानी के बढ़ने से निर्माण कार्य बाधित था. जैसे ही जलस्तर और कम होगा, भारी मशीन से से कुएं की डी-सिल्टिंग (सफाई) की जायेगी. कुएं की दीवारों को मजबूत करने का कार्य, केसिंग पाइप डालना तथा फाउंडेशन का काम शुरू कर दिया जायेगा. सुपर स्ट्रेक्चर का काम होगा. तीन पिलर पुल की संरचना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. कंपनी इसे प्राथमिकता के साथ पूरा करने के प्रयास में जुटी है.पुल निर्माण में तेजी के निर्देश
निर्माण एजेंसी और विभागीय इंजीनियरों के अनुसार शीतकाल में गंगा का जलस्तर कम रहता है, इसलिए इस अवधि में कार्य को गति देने का लक्ष्य रखा गया है. अधिकारी स्तर पर लगातार समीक्षा की जा रही है तथा संबंधित पिलरों के निर्माण को प्राथमिकता में शामिल किया गया है. आने वाले दो महीनों को गोल्डन पीरियड मानकर ही पिलर कार्य को पूरा करने की योजना बनायी गयी है. एजेंसी ने 18 माह की निर्धारित अवधि में पुल निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा है.कंपनी और परियोजना का विवरण
पुल का निर्माण एसपी सिंघला कंस्ट्रक्शन कंपनी कर रही है. कुल लागत (17.1077 करोड़) निर्धारित है. यह पुल फोर लेन, उच्च स्तरीय आरसीसी केबल-स्टे स्ट्रक्चर के रूप में तैयार होना है. पुल पर डॉल्फिन पार्क निर्माण की योजना प्रस्तावित है, जो इसे राज्य का एक महत्वपूर्ण पर्यटन आकर्षण बना सकता है.पुल के सुपर स्ट्रक्चर व सपोर्ट सिस्टम से जुड़ी तीन बड़ी दुर्घटनाएं
पहली घटना :
30 अप्रैल 2022, पाया संख्या चार और छह को जोड़ने वाली लगभग 36 सेगमेंट अचानक तेज हवा के झोंके में ताश के पत्तों की तरह ढह गये. इस घटना से पुल निर्माण की वृहद संरचना पर गहरा प्रभाव पड़ा और कई महीनों तक कार्य बाधित रहा.दूसरी घटना :
5 जून 2023 शाम करीब छह बजे पाया संख्या 11, 12 और 13 के बीच बने कई सुपर स्ट्रक्चर अचानक गंगा नदी में गिर गये. इस हादसे ने निर्माण एजेंसी की तकनीकी क्षमता पर सवाल उठाए और जांच समिति गठित की गयी.तीसरी घटना :
17 अगस्त 2024 क्षतिग्रस्त हिस्से के बचे भाग में पाया संख्या नौ और 10 के बीच स्थित सपोर्ट सिस्टम अचानक क्षतिग्रस्त हो गया. यह घटना उस समय हुई जब हाल की मरम्मत और संरचना स्थिरीकरण का कार्य चल रहा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
