Bihar News: गंगा स्नान के दौरान चार बच्चियां डूबीं, दो सगी बहन लापता, दो की बची जान, मचा हाहाकार

Bihar News: भागलपुर के नवटोलिया गांव में गंगा स्नान के दौरान रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. गहरे पानी में जाने से चार बहनें डूब गईं, जिनमें दो की मौत हो गई जबकि दो को स्थानीय लोगों ने बचा लिया. घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है और गांव में मातम पसरा.

By Paritosh Shahi | September 7, 2025 8:08 PM

Bihar News: भागलपुर के नवटोलिया गांव में गोगरी-नारायणपुर तटबंध पर दक्षिणेश्वरी काली मंदिर के सामने गंगा घाट पर स्नान करने के दौरान रविवार की सुबह करीब 10 बजे चार बहने डूब गयीं. इनमें दो सगी बहन लापता हैं, जबकि दो में एक मौसेरी बहन व एक सगी बहन को लोगों ने बचा लिया.

नवटोलिया गांव के स्व नरेश मोहन झा के पुत्र वीरेंद्र कुमार झा उर्फ बाबूल झा की पत्नी रीना झा अपनी तीन बेटियां वर्षा कुमारी (16), रिया झा उर्फ छोटी (14) व परी कुमारी (8) और बहन की बेटी नीशू झा (20) और अपनी मां के साथ काली मंदिर के सामने भादो पूर्णिमा पर स्नान कर रही थी. चारों बच्ची स्नान करने के दौरान गहरे पानी में चली गयी, जहां दो सगी बहन बड़ी बहन वर्षा व छोटी बहन परी डूब गयी.

डूब रही दो बच्ची को रास्ते से गुजर रहे टोटो चालक भरतखंड कोरचक्का के सहेंद्र साह का पुत्र अमित साह और भरतखंड दुधैला के वृद्ध शीलधर मंडल ने बांका की नीशू कुमारी (20) और रिया झा उर्फ छोटी (14) को डूबने से बचा लिया. अमित ने बताया कि यह दोनों डूब रही बच्ची दिखी और दो बच्ची नहीं दिखी. वह पहले ही डूब चुकी थी, जिसे नहीं बचाया जा सका.

डूबने की सूचना मिलते ही घर मचा कोहराम

बच्चियों की डूबने की सूचना से काली मंदिर गंगा घाट पर लोगों की भीड़ जुट गयी. मृतका के घर कोहराम मच गया. मां रीना झा, दादी सुमित्रा देवी, बड़े पापा अमरेंद्र कुमार झा, नानी, मौसी सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल है. बच्चियों के पिता गुजरात के कच्छ में निजी कंपनी में कार्यरत हैं. ग्रामीण पप्पू झा ने बताया कि यहां करीब 20 फीट से अधिक गहराई है. बांध मरम्मत के नाम पर घाट पर बनी सीढ़ी को महीनों पहले तोड़ दिया गया है.

घाट पर पड़ा रहा चप्पल, फूलसाजी व जलकलश

स्नान कर काली मंदिर में सभी पूजा पाठ करने वाले थे. घटनास्थल पर सभी का चप्पल व पूजा के लिए लाये गये फूलसाजी व कपड़ा घाट पर देर शाम तक पड़ा रहा, जिसे बाद में बच्चियों के बड़े पापा अमरेंद्र झ घर ले गये. घटनास्थल से उनका घर महज सौ मीटर की दूरी पर ही है.

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शाम तक घाट पर जमे रहे लोग

देर शाम तक एसडीआरएफ की टीम खोजने का प्रयास की. खबर लिखे जाने तक दोनों डूबी बच्चियां नहीं मिली. रिया उर्फ छोटी का कहना है कि घटना के वक्त स्नान कर रहे लोगों ने बचाने का प्रयास नहीं किया. घाट पर मौजूद सभी लोग बचाने के बजाय वीडियो बनाने में लगे थे. कई लोग तैराकी जानते थे. किसी ने बचाने का प्रयास नहीं किया. हालांकि दो लोग डूब रही छोटी व नीशू को डूबने से बचा लिया.

घटना के चार घंटा बाद एसडीआरएफ की टीम पहुंची. एसडीआरएफ के विलंब से आने पर ग्रामीणों में गुस्सा था. वर्षा पढ़ने में मेधावी थी. वह शिवधारी सुखदेव उच्च माध्यमिक विद्यालय मौजमा-गनौल में 11वीं की छात्रा थी. सूचना पर राजस्व कर्मचारी अमित कुमार व सौरव गोस्वामी, जिप प्रतिनिधि ललन कुमार मिश्र, रंजीत कुमार मंडल, वीरेंद्र कुमार झा, विकास झा, संजय चौधरी, भवानीपुर थानाध्यक्ष शंभु कुमार सहित अन्य राजनीतिक व प्रशासनिक लोग घटनास्थल पर पहुंचे.

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