Bhagalpur News: बीएयू सबौर ने विकसित किये दो हैंड हेल्ड ड्रैगन फ्रूट तुड़ाई यंत्र

बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की ओर से दो हैंड हेल्ड ड्रैगन फ्रूट तुड़ाई यंत्र विकसित किया गया है. दोनों हार्वेस्टिंग उपकरण नवोन्मेषी है और इन्हें उपयोग करना बहुत ही आसान है.

By SANJIV KUMAR | April 8, 2025 1:05 AM

प्रतिनिधि, सबौर

बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की ओर से दो हैंड हेल्ड ड्रैगन फ्रूट तुड़ाई यंत्र विकसित किया गया है. दोनों हार्वेस्टिंग उपकरण नवोन्मेषी है और इन्हें उपयोग करना बहुत ही आसान है. बड़ी आसानी से ड्रैगन फ्रूट फलों की तुड़ाई की जा सकती है. इस यंत्र के विकास में डॉ वसीम सिद्दीकी, डॉ शमीम, डॉ सत्यनारायण, डॉ महेश सिंह, डॉ फोजिया एवं डॉ सनोज कुमार ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. यह हार्वेस्टर कम खर्च वाले एवं टिकाऊ है और किसानों को बहुत लाभ होने की उम्मीद है. साथ ही साथ ड्रैगन फ्रूट बागानों में दक्षता और उत्पादकता बढ़ाने में कारगर होगी.

यह नवाचार विशेष रूप से सामाजिक है क्योंकि बिहार सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है. ड्रैगन फ्रूट विकास योजना के तहत 21 जिलो में बड़े पैमाने पर खेती को प्रोत्साहित करने के लक्ष्य के साथ किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी. किसानों की आय और उत्पादकता में वृद्धि होगी. साथ ही राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था में भी वृद्धि होगी. बिहार में नयी-नयी बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लक्ष्य को खेती में आसानी लाना है. जिससे कम लागत में किसान अधिक मुनाफा ले सके. दोनों ड्रैगन फ्रूट यंत्र के विकास से तुड़ाई लागत कम की जा सकेगी और किसानों को अधिक लाभ मिलेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है