भागलपुर जांच करने पहुंची ATS की टीम, विस्फोट की भयावहता कह रही कुछ और कहानी, खुल कर नहीं बोल रही पुलिस

विस्फोट की भयावहता और घर के भीतर से बरामद काफी मात्रा में कील से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त घरों में केवल पटाखा बम ही नहीं बल्कि अपराधियों द्वारा प्रयोग किया जाने वाले घातक बम भी बनाया जाता था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2022 10:50 AM

भागलपुर के काजीवलीचक में हुए जोरदार विस्फोट ने चार घरों को ध्वस्त कर 14 लोगों की जान ले ली. इस धमाके की जांच करने के लिए एटीएस की टीम पहुंच गयी है. घटनास्थल को टीम ने सील कर जांच शुरू कर दी है. इस मामले में पुलिस ने पटाखा के अवैध निर्माण और इसके भंडारण को लेकर हुई घटना होने की बात कही है. लेकिन काजीवलीचक में हुए विस्फोट की घटना केवल पटाखा निर्माण में हुए विस्फोट की ओर इशारा नहीं, बल्कि कुछ और ही कहानी बयां कर रही है.

विस्फोट की भयावहता और घर के भीतर से बरामद काफी मात्रा में कील से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त घरों में केवल पटाखा बम ही नहीं बल्कि अपराधियों द्वारा प्रयोग किया जाने वाले घातक बम भी बनाया जाता था. कई सारे केमिकलों की भी बरामदगी की सूचना मिली है. जिससे यह भी स्पष्ट है कि पटाखा में इस्तेमाल किये जाने वाले विस्फोटकों को घातक बम बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा था और एक साथ कई सारे बम दोनों घरों में मौजूद होने की वजह से धमाके ने बड़ा रूप ले लिया और पूरे शहर को दहला दिया.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एक्सपर्ट्स की मानें तो एक ही कमरे में रखे कई सारे पटाखे और बम सामान्य बम से ज्यादा खतरनाक हैं. एक ही कमरे में ज्यादा मात्रा में विस्फोटक मौजूद होने के बाद उक्त कमरा ही एक कंटेनर बम की तरह काम करता है और यह भी माना जा रहा है कि इसी तरह की घटना काजीवलीचक इलाके में भी हुई है.

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बंगाल की कोलकाता पुलिस ने विगत 22 दिसंबर 2021 को भागलपुर के मोजाहिदपुर मौलानाचक निवासी मो जमील और हबीबपुर निवासी शकूर को घातक विस्फोटकों और हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. उक्त अभियुक्तों को लेकर कोलकाता पुलिस रिमांड पर लेकर भागलपुर भी पहुंची थी जहां पुलिस ने शहर के कई इलाकों में विस्फोटकों की तलाश और उससे जुड़े लोगों की गिरफ्तारी करने के लिए छापेमारी भी की थी. हालांकि कोलकाता पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा.

उक्त मामले में यह खुलासा हुआ था कि जमील और शकूर विस्फोटकों और अवैध हथियार के सप्लायर हैं जोकि भागलपुर और कोलकाता के बीच तस्करी करते थे. काजीवलीचक में हुई घटना को भी जमील और शकूर के साथ-साथ कोलकाता व बंगाल से होनेवाले विस्फोटकों की तस्करी से भी जोड़ कर देख रही है.

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