bhagalpur news. होमगार्ड में नौकरी लगाने के नाम पर दर्जनों लोगों से ठगी करनेवाला पकड़ाया

समाहरणालय परिसर में मंगलवार दोपहर उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसों की ठगी करने वाले एक शातिर को लोगों ने पकड़ लिया. पकड़े जाने के करीब आधे घंटे तक समाहरणालय परिसर में हाई वोल्टेज ड्रामा चला. इसकी जानकारी जोगसर थाना पुलिस को दी गयी.

By NISHI RANJAN THAKUR | March 26, 2025 1:21 AM

समाहरणालय परिसर में मंगलवार दोपहर उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसों की ठगी करने वाले एक शातिर को लोगों ने पकड़ लिया. पकड़े जाने के करीब आधे घंटे तक समाहरणालय परिसर में हाई वोल्टेज ड्रामा चला. इसकी जानकारी जोगसर थाना पुलिस को दी गयी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर युवक को हिरासत में लिया और शिकायतकर्ताओं को थाना पहुंच कर घटना के संबंध में आवेदन देने कहा. देर शाम आवेदन लेकर थाना पहुंचे सबौर के खानकित्ता निवासी राजेश कुमार ने लिखित आवेदन दिया है. इसमें रानी दियारा निवासी सिपिन कुमार को आरोपित बनाया है.

राजेश कुमार की ओर से थाना को दिये गये आवेदन में उल्लेख किया गया है कि 15 जनवरी 2022 काे उनके गांव में रहने वाले एक मित्र अनिल कुमार सिंह अपने साथ सिपिन काे लेकर आया था. दाेस्त ने सिपिन का दाराेगा बाेलकर परिचय कराया. सिपिन ने कहा कि वह हाेमगार्ड में दाराेगा है. होमगार्ड के कमांडेंट का काफी नजदीकी है. गांव के किसी व्यक्ति को अगर होमगार्ड में नौकरी चाहिए तो वह अपने पैरवी से लगवा देगा. इसी बीच उनके मित्र अनिल सिंह का निधन हो गया. पर सिपिन लगातार उनके गांव आने जाने लगा. संयोग से उसी वक्त होमगार्ड जवानों की नौकरी के लिए नियुक्ति का विज्ञापन निकला. सिपिन ने यह बात फैला दी कि बिना पैसे दिये किसी की भी नौकरी नहीं लगेगी. सिपिन ने अपना चाल-चलन और अपने कद काठी और हेयर कटिंग को ऐसा रखा था जिससे उन्हें और उनके गांव के अन्य लोगों को भी उसके दारोगा होने का भरोसा हो गया. गांव के छह युवाओं ने ऑफलाइन और ऑनलाइन तरीके से सिपिन को करीब सात लाख रुपए का भुगतान करने किया. जिस पर सिपिन ने उन्हें एक माह में नियुक्ति पत्र दिलाने का भरोसा दिलाया. पर सिपिन ने बाद में काॅल रिसीव करना बंद कर दिया. एक बार आदमपुर हनुमान नगर में किराये के घर पर मिलने को बुलाया. जहां उसने पैसे मांगने पर झूठे केस में फंसाने तक की धमकी दे डाली. इसके बाद 17 मार्च को दोबारा सिपिन उसी इलाके में दिखा. जहां खदेड़ कर उसे पकड़ने का प्रयास किया गया. पर वह वहां से भाग निकला. इसके बाद मंगलवार दोपहर में वह समाहरणालय परिसर में दिखा. जहां उसने अधिवक्ता मिथिलेश कुमार को देख मास्क से चेहरा छिपा लिया. पर अधिवक्ता ने उसे अन्य लोगों की मदद से खदेड़ कर पकड़ लिया और थाना के सुपुर्द कर दिया.

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