गर्लफ्रेंड का खतरनाक फैसला, अंतर्राष्ट्रीय तैराक को दी प्यार करने की खौफनाक सजा
विनोद कुमार सिंह... भागलपुर : अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग तैराक विनोद कुमार सिंह का शव सोमवार को लोदीपुर थाना क्षेत्र के बाइस बिग्घी स्थित खेत में मिला. पटना स्थित न्यू सचिवालय में एलडीसी (लोअर डिविजनल क्लर्क) के पद पर कार्यरत था. विनोद सीवान के बड़ा सिकवाड़ा गांव का रहनेवाला था. वह छह जनवरी से लापता था. उसके […]
विनोद कुमार सिंह
भागलपुर : अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग तैराक विनोद कुमार सिंह का शव सोमवार को लोदीपुर थाना क्षेत्र के बाइस बिग्घी स्थित खेत में मिला. पटना स्थित न्यू सचिवालय में एलडीसी (लोअर डिविजनल क्लर्क) के पद पर कार्यरत था. विनोद सीवान के बड़ा सिकवाड़ा गांव का रहनेवाला था. वह छह जनवरी से लापता था. उसके दोनों हाथ नहीं थे. लोदीपुर में मिला शव सड़ चुका है पर उसके भी दोनों हाथ नहीं होने से उसकी पहचान विनोद के रूप में की गयी है.
प्रेम प्रसंग में…
पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर तेजाब भी डाल दिया गया है. पहली नजर में विनोद की हत्या कर शव फेंक देने की आशंका व्यक्त की जा रही है. उसके परिजनों ने पटना के सचिवालय थाना में विनोद के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करायी थी. उसके बाद विनोद के परिजनों द्वारा पटना में लोदीपुर की रहनेवाली रंजना और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ उसके अपहरण का मामला दर्ज कराने की बात सामने आ रही है. सोमवार की रात विनोद के परिजन भी पटना से भागलपुर पहुंच गये.
19 को आयी थी पटना पुलिस, रंजना के घर में की गयी थी खोज
विनोद के अपहरण की रिपोर्ट पटना में दर्ज करायी गयी थी. दो बच्चों के पिता विनोद का प्रेम संबंध लोदीपुर की रंजना के साथ होने की बात उसके परिजनों को पता थी. 19 जनवरी को पटना पुलिस लोदीपुर पहुंची. पुलिस के साथ विनोद के परिजन भी लोदीपुर पहुंचे थे. लोदीपुर पुलिस के साथ कोढ़ा स्थित रंजना का घर खाेजा गया. पुलिस को सूचना थी कि रंजना के पिता का नाम राधेकृष्ण मंडल है. उस नाम का एक व्यक्ति उस गांव में मिला पर उसकी दो छोटी बेटियां थी इससे तय हो गया कि वह व्यक्ति रंजना का पिता नहीं हो सकता. बाद में पुलिस को पता चला कि रंजना का पिता वकील के नाम से जाना जाता है. उसके बाद रंजना को खोजने की कोशिश नहीं की गयी.
लोदीपुर के बाइस बिग्घी स्थित खेत में मिला सड़ा हुआ शव
विनोद के शव की स्थिति को देख कर यही लग रहा है कि उसकी हत्या कई दिनों पहले ही कर दी गयी थी और उसके शव को दियारा क्षेत्र में खेत में फेंक दिया गया था. उसका शव झाड़ियों के बीच में पड़ा हुआ था इसी वजह से किसी की नजर उस पर नहीं पड़ी. सोमवार की सुबह स्थानीय लोगों ने लोदीपुर थाने को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को ट्रैक्टर पर लाद कर पहले थाने लेकर आयी और फिर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा पर देर हो जाने की वजह से सोमवार को विनोद के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि सचिवालय कर्मी की मौत कैसे हुई. हालांकि अभी तक की जांच में प्रेम प्रसंग में ही उसकी जान जाने की बात सामने आ रही है. पटना पुलिस की टीम भागलपुर पहुंची है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट व मृतक के परिजन के बयान के आधार पर कार्रवाई की जायेगी.
