उलझी-उलझी गलियों में हादसा हुआ, तो कौन होगा जिम्मेदार!

भागलपुर : भागलपुर के मुख्य बाजार में अगर कभी आग लगी, तो यहां मौजूद ग्राहक जान बचा कर भाग तक नहीं पायेंगे. खुद को बचाने के लिए फायर ब्रिगेड को भी फोन करेंगे, तो इनके हाथ से भी कुछ नहीं होगा. ऐसे में ग्राहक के साथ-साथ दुकानदार आग और सर के ऊपर गुजर रही तारों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 9, 2019 7:24 AM

भागलपुर : भागलपुर के मुख्य बाजार में अगर कभी आग लगी, तो यहां मौजूद ग्राहक जान बचा कर भाग तक नहीं पायेंगे. खुद को बचाने के लिए फायर ब्रिगेड को भी फोन करेंगे, तो इनके हाथ से भी कुछ नहीं होगा. ऐसे में ग्राहक के साथ-साथ दुकानदार आग और सर के ऊपर गुजर रही तारों की चपेट में आकर दम तोड़ देंगे.

फायर ब्रिगेड विभाग की मानें, तो बाजार में चलने वाले एक भी दुकानदार या छोटी फैक्ट्रियों के मालिक ने प्रमाण पत्र नहीं लिया है. जबकि कई बार इन्हें नोटिस भेजा गया है. एक नहीं दर्जनों बार इसके लिए विभाग ने नोटिस दिया गया है.
बाजार की सड़क इतनी संकरी कि दो लोग भी न भाग पायें : बाजार की सड़क इतनी संकरी है कि अगर कोई हादसा यहां हो जाता है, तो लोग भाग तक नहीं सकेंगे. बाजार के चारों ओर अतिक्रमण, ऊपर से सर पर पुआल और टीन की छत. समीप पर अतिक्रमण के साथ-साथ छोटे छोटे नाले. उस पर सड़क पर कीचड़ का राज. यानी आदमी अगर भागना चाहे, तो कोई न कोई बाधा उसे रोक लेगी.
वहीं, बाजार में बीच में बाइक और वाहनों का राज होता है. इसमें भरा पेट्रोल अगर आग की चपेट में आया तो भीषण तबाही तय है. जबकि दुकानदार और छोटी फैक्ट्रियों के मालिक सारा काम बिजली या जेनरेटर से करते हैं. इतना ही नहीं रास्ता भी इतना चौड़ा नहीं कि दमकल की गाड़ियां आसानी से गली के अंदर चली जायें.
कई बार नोटिस दिया, किसी ने गंभीरता से नहीं लिया
अग्नि शमन पदाधिकारी विनय प्रसाद सिंह ने बताया कि बाजार में आग के खतरे को लेकर घोर लापरवाही है. यहां हादसा होने के बाद जान माल की भारी क्षति होगी. बाजार में कई ऐसी छोटी फैक्ट्रियों चलती हैं, जिसको विभाग से प्रमाण पत्र लेना बेहद जरूरी है. कई बार नोटिस भी दिया गया है. लेकिन आज तक कोई सामने नहीं आया.

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