भागलपुर : 56 हजार की नयी स्कूटी चला रहे नाबालिग पर 42 हजार फाइन लगा

भागलपुर : बिहार के भागलपुर में जिला परिवहन विभाग द्वारा शनिवार को शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. एक सितंबर से शुरू हुए चेकिंग अभियान के दौरान सबसे अधिक राशि की वसूली शनिवार को हुई. शनिवार को ट्यूशन पढ़ने अपनी नयी स्कूटी से जा रहे एक नाबालिग छात्र को 42 हजार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 7, 2019 8:33 PM

भागलपुर : बिहार के भागलपुर में जिला परिवहन विभाग द्वारा शनिवार को शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया. एक सितंबर से शुरू हुए चेकिंग अभियान के दौरान सबसे अधिक राशि की वसूली शनिवार को हुई. शनिवार को ट्यूशन पढ़ने अपनी नयी स्कूटी से जा रहे एक नाबालिग छात्र को 42 हजार रुपये का फाइन लगाया गया.

जीरोमाइल स्थित चाणक्य विहार निवासी नाबालिग छात्र ने बीते 25 अगस्त को 56127 रुपये में होंडा एक्टिवा स्कूटी खरीदी थी. छात्र पर नाबालिग मामले में 25 हजार, बिना कागजात को लेकर 5 हजार, बिना लाइसेंस मामले में 5 हजार, ट्रिपल लोडिंग व बिना हेलमेट के लिए एक-एक हजार रुपये समेत अनिबंधित वाहन व अन्य मामले में कुल 42 हजार रुपये फाइन लगाया गया. छात्र को कचहरी चौक से गुजरने के दौरान एमवीआइ विनय शंकर तिवारी व पुलिसकर्मियों ने पकड़ा.

एमवीआइ ने बताया कि पकड़ाने के बाद वह जांच टीम के साथ गलत तरीके से बातचीत करने लगा. उसने कहा कि उसके पिता आर्मी में हैं. लड़के ने अपने पिता को फोन पर ऊंची आवाज में यह भी कहा कि शाम तक फाइन नहीं जमा किया, तो वह पढ़ने नहीं जायेगा. नाबालिग मामले में छात्र को कहा गया कि वह अपने पिता को बुलाये. उनके नाम से चार्ज बनेगा. कार्रवाई के बाद धराये लड़के के रिश्तेदार वाहन के कागजात लेकर एमवीआइ से मिलने पहुंचे. उन्होंने कहा कि अब तक एजेंसी से कागज नहीं मिला है.

छात्रा के पास नहीं थे पैसे, एमवीआइ ने अपने जेब से भरा फाइन, खरीदकर दिया हेलमेट
कचहरी चौक पर वाहन जांच के दौरान एक छात्रा बिना हेलमेट पहने स्कूटी लेकर गुजर रही थी. एमवीआइ टीम ने छात्रा पर हेलमेट नहीं पहनने के जुर्म में एक हजार रुपये फाइन लगाया. इसके बाद छात्रा एमवीआइ के सामने रोने लगी. एमवीआइ विनय शंकर तिवारी ने कहा कि अपने अभिभावक को फोन लगाओ. फोन पर छात्रा की मां ने आग्रह किया कि सर, आप पैसा जमा कर दें. पैसा तुरंत भेज रहे हैं. इसके बाद एमवीआइ ने अपनी जेब से एक हजार रुपये फाइन भरा, साथ ही चार सौ रुपये में तुरंत एक हेलमेट खरीदकर छात्रा को दिया.

Next Article

Exit mobile version