सफाई कर्मियों की हड़ताल से शहर में पसरी गंदगी

कहलगांव : नगर पंचायत कहलगांव के ठेका सफाई कर्मी मानदेय वृद्ध की मांग को लेकर तीन दिनों से हड़ताल पर हैं. इसके कारण शहर में सफाई काम बाधित हो गया है. विभिन्न वार्डों और चौक-चौराहो पर गंदगी का अंबार लग गया है. इससे लोग परेशान हैं. बताया जाता है की करीब 60-65 ठेका सफाई कर्मी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 15, 2018 7:16 AM
कहलगांव : नगर पंचायत कहलगांव के ठेका सफाई कर्मी मानदेय वृद्ध की मांग को लेकर तीन दिनों से हड़ताल पर हैं. इसके कारण शहर में सफाई काम बाधित हो गया है. विभिन्न वार्डों और चौक-चौराहो पर गंदगी का अंबार लग गया है. इससे लोग परेशान हैं. बताया जाता है की करीब 60-65 ठेका सफाई कर्मी संवेदक से दैनिक मानदेय 311 रुपये की मांग कर रहे हैं.
अभी इन्हें 252 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलता है. बीडीओ सह नपं के कार्यपालक पदाधिकारी विजय कुमार सौरभ ने बताया कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 20 मजदूरों से सफाई का काम कराया जा रहा है. ठेका सफाईकर्मियो की मांग अनुचित है. सफाई के लिए नया टेंडर निकल चुका है.
नपं की सामान्य बोर्ड की बैठक आज
नगर पंचायत के सामान्य बोर्ड की बैठक शनिवार को पहली बार शहर के एक होटल मे आयोजित हो रही है. बैठक मे सांसद, राज्य सभा सांसद, क्षेत्र के विधायक व एमएलसी को भी आमंत्रित किया गया है.
65 मजदूर, 60 लाख खर्च, फिर भी सफाई व्यवस्था मुकम्मल नहीं
नगर पंचायत के 17 वार्डों की सफाई व्यवस्था के लिए 65 ठेका मजदूर हैं. नगर पंचायत की ओर से सफाई के लिए एनजीओ को हर माह लगभग साढ़े पांच लाख की दर से सालाना करीब 60 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है. इसके बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था बेपटरी है.
दो साल पूर्व बांका के एक एनजीओ को शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी थी, लेकिन एनजीओ सफाई के काम में फिसड्डी साबित हुआ है. दूसरी ओर बार-बार सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहरवासियों को गंदगी के बीच रहने को विवश होना पड़ रहा है. इससे शहर वासियो में रोष बढ़ता जा रहा है.

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