जनवरी में ही मचेगा पानी के लिए हाहाकार

इंटक वेल में हर दिन घट रहा पानी कह रही एजेंसी, पिछले बकाये का भुगतान होने तक नहीं होगा चैनल बनाने का काम भागलपुर : इस बार निगम क्षेत्र में जनवरी में ही पेयजल संकट गहराने की आशंका होने लगी है. दरअसल शहरी क्षेत्र को जलापूर्ति करनेवाले बरारी वाटर वर्क्स के पास पहुंचनेवाली गंगा की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 13, 2017 5:05 AM

इंटक वेल में हर दिन घट रहा पानी

कह रही एजेंसी, पिछले बकाये का भुगतान होने तक नहीं होगा चैनल बनाने का काम
भागलपुर : इस बार निगम क्षेत्र में जनवरी में ही पेयजल संकट गहराने की आशंका होने लगी है. दरअसल शहरी क्षेत्र को जलापूर्ति करनेवाले बरारी वाटर वर्क्स के पास पहुंचनेवाली गंगा की धारा का पानी तेजी से सूख रहा है. कुछ दिन तक तो जमुनिया धार से काम चल जायेगा, लेकिन उसके बाद पानी संकट की स्थिति हो जायेगी. दिसंबर में ही गंगा का जल स्तर तेजी से भाग रहा है और गंगा में गाद और बालू की टीला दिखाई देने लगा है. अगर यही हाल रहा, तो इस बार जनवरी से ही निगम क्षेत्र की तीन लाख की आबादी में पानी के लिए हाहाकार मच जायेगा. इस बार तो दिसंबर में ही गंगा का जल स्तर तेजी से गिर रहा है.
नाथनगर एरिया से बरारी पुल घाट तक और खंजरपुर से इंटरवेल तक पानी तेजी के साथ सूख रहा है. इस कारण बरारी वाटर वर्क्स स्थित दोनों इंटक वेल के नजदीक पानी तेजी के साथ घट रहा और वहां गाद निकल रहा है. जिस तरह की अभी स्थिति उसे देख कर ऐसा लग रहा है कि एक सप्ताह भी पानी रह पायेगा कि नहीं बड़ा मुश्किल है. गंगा की मुख्य धार से चैनल बना कर दोनों इंटक वेल में पानी लाने की व्यवस्था तभी होगी, जब पहले के दो साल की बकाया राशि का भुगतान बुडको से होगा. पिछले दो साल में चैनल और मोटर लगाकर मुख्य धार से पानी लाने में पैन इंडिया एजेंसी को लगभग 80 लाख रुपये लगे थे. लेकिन बुडको ने इस राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया है. अगर यह राशि नहीं मिली, तो एजेंसी इस बार चैनल बनाने का काम नहीं करेगी.
फैक्ट फाइल
बरारी वाटर वर्क्स से रोजाना जलापूर्ति-36 लाख गैलन
शहर की जरूरत-100 लाख गैलन
शहर में कुल बोरिंग -59 (31 की हालत खराब, कभी भी हो सकते हैं बंद)
निगम क्षेत्र में आबादी- तीन लाख

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