मत्स्य पालन कर बेतिया बनेगा आत्मनिर्भर, किसानों को मिलेगा 60 फीसदी तक अनुदान

आत्मा के मत्स्य प्रसार कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण का उद्घाटन करते हुए आत्मा के उप परियोजना निदेशक पूजा राय ने कहा कि पश्चिम चंपारण जिले में काफी जल क्षेत्र है. मत्स्य पालन के साथ-साथ मखाना, मोती की खेती आदि करके किसान आर्थिक रूप से सबल बन सकते हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | August 5, 2022 7:23 PM

आत्मा के द्वारा मत्स्य प्रसार कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम डीआरसीसी में आयोजित किया गया. इस दौरान आत्मा के उप परियोजना निदेशक पूजा राय ने कहा कि पश्चिम चंपारण जिले में काफी जल क्षेत्र है. इसमें मत्स्य पालन के साथ-साथ मखाना, मोती की खेती आदि करके किसान आर्थिक रूप से सबल बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम चंपारण जिले में इंटीग्रेटेड फार्मिंग की असीम संभावनाएं हैं. किसानों को इसके प्रति प्रेरित करने की जरूरत है. ताकि मत्स्य उत्पादन में पश्चिम चंपारण जिले को आत्मनिर्भर बनाया जा सके. सरकार ने पुराने निजी तालाबों के जीर्णोद्धार पर अति पिछड़ी जाति, अनसूचित जाति को 30 व अनुसूचित जनजाति को 40 फीसदी अनुदान देय है. इसके लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा.

जिले में मछली पालन की अपार संभावनाएं

इस क्रम में प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक, कृषि को-ऑर्डिनेटर ने कहा कि पश्चिम चंपारण जिले में मत्स्य उत्पादन की असीम संभावनाएं हैं. जिले को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में आप सबों की महत्वपूर्ण भूमिका है. सरकार मत्स्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना, भ्रमण दर्शन योजना, निजी तालाबों का जीर्णोद्धार, समग्र अलंकारी मत्स्यिकी कार्यक्रम की शुरुआत की है. जिला मत्स्य पदाधिकारी गणेश राम ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत अधिकतम 60 फीसदी अनुदान की व्यवस्था सरकार ने किया है. अधिक से अधिक किसानों को इससे लाभान्वित करने की जरूरत है. कार्यक्रम को मत्स्य वैज्ञानिक पवन कुमार, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी पीयूष रंजन, सुशील वाड्रा, एटीएम अप्पू राजा, आशीष कुमार आदि ने संबोधित किया.

विभिन्न योजनाओं के तहत मिल रहा लोन

मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत पशुपालकों को कर्ज दिया जाता है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए पीएम मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) लागू की. इस योजना के अंतर्गत मत्स्य पालकों को बैंक ऋण के साथ-साथ निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जायेगा.

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