दो माह बाद भी लापता नाबालिग का सुराग नहीं
धोरैया थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग लड़की के लापता होने के मामले में दो माह बीत जाने के बाद भी पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका है
पंजवारा धोरैया थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग लड़की के लापता होने के मामले में दो माह बीत जाने के बाद भी पुलिस को कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका है. यह मामला सात अक्टूबर का है, जबकि 11 अक्टूबर को पंजवारा थाना में नाबालिग की माता के लिखित आवेदन पर केस दर्ज किया गया था, लेकिन अब तक न तो बच्ची की बरामदगी हो पाई है और न ही किसी तरह की ठोस जानकारी सामने आ सकी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 वर्षीय नाबालिग अपने पिता के साथ पंजवारा बाजार फॉर्म भरने गयी थी. काम निपटाने के बाद नाबालिग पंजवारा चौक से सीएम कॉलेज बौंसी, जाने की बात कहकर निकली, जबकि पिता घर वापस लौट आये. देर शाम तक जब बेटी घर नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. परिजनों ने आशंका जताई है कि उनकी बेटी के साथ किसी अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता. लगातार थाना का चक्कर लगाने के बावजूद अब तक पुलिस की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से परिजन बेहद परेशान हैं. दो महीने बीत जाने के बाद भी नाबालिग का कोई सुराग न मिलना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते तकनीकी साक्ष्यों और संभावित ठिकानों पर गंभीरता से जांच की जाती, तो शायद अब तक कोई नतीजा सामने आ जाता. इधर, परिजनों ने जिला प्रशासन और पुलिस के वरीय अधिकारियों से मामले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की मांग की है, ताकि नाबालिग को सकुशल बरामद किया जा सके और सच्चाई सामने आ सके. मामले को लेकर एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा ने बताया कि केस का अनुसंधान किया जा रहा है, जल्द ही बरामद कर ली जायेगी.
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