तसर सिल्क रीलिंग व स्पिनिंग पर दिया गया प्रशिक्षण

बांका सिल्क प्राइवेट लिमिटेड परिसर में तसर सिल्क रीलिंग और स्पिनिंग (धागाकरण) पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया.

By GOURAV KASHYAP | August 22, 2025 9:16 PM

पंजवारा. मेरा रेशम मेरा अभिमान (एमआरएमए) अभियान के तहत शुक्रवार को बाराहाट स्थित बांका सिल्क प्राइवेट लिमिटेड परिसर में तसर सिल्क रीलिंग और स्पिनिंग (धागाकरण) पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसका आयोजन केंद्रीय रेशम बोर्ड, रेशम तकनीकी सेवा केंद्र, भागलपुर की ओर से जिला उद्योग केंद्र बांका (जिला नोडल अधिकारी, एमआरएमए) के सहयोग से किया गया. कार्यक्रम में बांका सिल्क से जुड़े 29 प्रतिभागियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान वैज्ञानिक-सी, रेशम तकनीकी सेवा केंद्र भागलपुर, त्रिपुरारी चौधरी ने तसर सिल्क रीलिंग और कटाई प्रक्रिया की बारीकियां समझायी. उन्होंने पारंपरिक तरीकों की तुलना में आधुनिक रीलिंग प्रौद्योगिकी और मशीनों के लाभ गिनाये. साथ ही कहा कि नये तकनीकों को अपनाने से न केवल गुणवत्ता और उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि रीलर्स और बुनकरों की आमदनी भी बेहतर होगी. वैज्ञानिक-बी, सीएसबी-सीएसटीआरआई, आकाश शर्मा ने एमआरएमए अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत की और रीलिंग-धागाकरण से तैयार होने वाले विभिन्न प्रकार के धागों और उनके संभावित बाजारों पर जानकारी दी. जिला उद्योग केंद्र बांका के जीएम एवं एमआरएमए के जिला नोडल अधिकारी शंभू कुमार पटेल ने प्रतिभागियों को आधुनिक रीलिंग और बुनाई तकनीक अपनाकर रोजगार के अवसर बढ़ाने की प्रेरणा दी. उन्होंने इस पहल को कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण बताया. कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने उत्साह से हिस्सा लिया और प्रशिक्षण से संतोष जताया. इस अवसर पर रंजना सिंह (बांका सिल्क) ने प्रतिभागियों को आश्वासन दिया कि प्रशिक्षण का लाभ उन्हें रोजगार के अवसरों के रूप में मिलेगा. कार्यक्रम के सफल संचालन में राजू कुमार सिन्हा, मो. इमरान, मो. इम्तेयाज, रोहित कुमार और कैफ अंसारी का योगदान रहा.

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