पर्यटन स्थल मंदार पर शौचालय बंद, पर्यटकों को हो रही असुविधा
प्रशासनिक लापरवाही और अनदेखी की वजह से मंदार पर्वत मध्य स्थित शौचालय बंद पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से मंदार भ्रमण को आए सैलानियों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है.
बौंसी. प्रशासनिक लापरवाही और अनदेखी की वजह से मंदार पर्वत मध्य स्थित शौचालय बंद पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से मंदार भ्रमण को आए सैलानियों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हो रही है. अंग क्षेत्र का प्रमुख पर्यटन स्थल मंदार पर स्थित सार्वजनिक शौचालय पिछले कई दिनों से बंद पड़े हैं, जिसके चलते यहां आने वाले सैकड़ों यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. शौचालयों के बाहर किसी प्रकार की सूचना या वैकल्पिक व्यवस्था न होने से स्थिति और भी मुश्किल हो गयी है. दूर-दराज से आये पर्यटक मजबूरन खुले में उपयोग करने को विवश हैं. इससे न केवल स्वच्छता प्रभावित हो रही है, बल्कि पर्यटन स्थल की छवि पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि शौचालय बंद होने की समस्या नयी नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि पर्यटकों की सुविधा के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन देखने के अभाव में हर चीज बर्बाद हो रही है. ध्वस्त हो रही व्यवस्था के लिए आखिरकार कौन जिम्मेदार है. मंदार पर्वत जैसे पौराणिक, ऐतिहासिक, धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल पर मूलभूत सुविधाओं की ऐसी हालत आखिर क्यों? लाखों रुपये खर्च कर बनायी गयी सुविधा जब उपयोग में ही नहीं लाई जाए, तो यह विकास नहीं सीधी-सीधी विभागीय उदासीनता है. पर्यटक रोज आते हैं, पूजा-पाठ करने वाले लोग ऊपर तक चढ़ते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं के अभाव में उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मंदार पर्वत को पर्यटन विकास का केंद्र बताया जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत यही है कि यहां की सुविधाएं कागजों में ज्यादा और धरातल पर कम दिखाई देती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
