जिला परिषद मार्केट का शौचालय रहता बंद, दुकानदार व राहगीर बेहाल
जिला परिषद मार्केट का शौचालय रहता बंद, दुकानदार व राहगीर बेहाल
सुविधा के नाम पर दिखावा, ताला कभी नहीं खुलता ; लोगों में बढ़ी नाराजगी बौंसी. बाजार के जिला परिषद मार्केट परिसर में बना सार्वजनिक शौचालय लगातार बंद रहने के कारण स्थानीय दुकानदारों व राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शौचालय देखने में साफ-सुथरा और सुविधा युक्त तो लगता है, लेकिन हमेशा बंद रहने के कारण लोगों के किसी काम का नहीं. दुकानदारों का कहना है कि शौचालय पर लगा ताला हटता ही नहीं, और यह समझ नहीं आता कि आखिर किसके आदेश पर इसे दिनभर बंद रखा जाता है. व्यवसायी कल्याण समिति के अध्यक्ष राजू सिंह, सचिव निप्पू झा, दुकानदार शिव कुमार साह, कौतुक बजाज, मनीष केडिया समेत अन्य व्यापारियों ने बताया कि ग्राहक अक्सर शौचालय के बारे में पूछते हैं, लेकिन दरवाज़ा हमेशा बंद रहता है. इससे लोग मजबूरन निजी प्रतिष्ठानों की ओर रुख करते हैं या खुले क्षेत्र में जगह तलाशते हैं, जो बाजार की छवि को भी खराब करता है. दुकानदारों ने नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर तंज कसते हुए कहा कि यह शौचालय शायद जनता के लिए नहीं, बल्कि अधिकारियों के लिए बना है क्योंकि जब वे आएंगे तभी खुलेगा, वरना ताला तो स्थायी सजावट जैसा लटका रहता है. महिला ग्राहकों की समस्या और अधिक गंभीर है. उनका कहना है कि प्रशासन एक ओर स्वच्छता अभियान का प्रचार करता है, लेकिन दूसरी ओर यहां का सार्वजनिक शौचालय केवल दिखावे के लिए बनाकर छोड़ दिया गया है. शौचालय का ताला लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि जब सुविधा का उपयोग ही नहीं हो सके, तो इसका निर्माण करने का उद्देश्य क्या था. फिलहाल, बाजार की यही सच्चाई है कि यह शौचालय सबसे सुंदर भी है व सबसे अनुपयोगी भी. क्योंकि दरवाले पर लटका ताला लटकता रहता है.
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