किसानों के लिए वरदान साबित होगा गोडवोले बांध, 2506 हेक्टेयर भूमि की होगी सिंचाई
शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सिलौटा गांव के समीप बदुआ नदी में अब जल्द ही गोडबोले बांध का निर्माण कार्य आरंभ हो जायेगा.
जल संसाधन विभाग ने निकाला टेंडर, 18 माह में कार्य पूरा करने का लक्ष्य
बांका. शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सिलौटा गांव के समीप बदुआ नदी में अब जल्द ही गोडबोले बांध का निर्माण कार्य आरंभ हो जायेगा. इसके लिए जल संसाधन विभाग के द्वारा निविदा निकाल दी गयी है. कार्यपालक अभियंता सिंचाई विभाग बिज्जीखोरबा कार्य का देख-रेख करेंगे. गोडबोले सिंचाई योजना कार्य पूर्ण होने से शंभुगंज प्रखंड के अलावा भागलपुर व मुंगेर जिला के 2506 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी. किसानों के द्वारा लंबे दिनों से गोडवोले बांध के निर्माण की मांग की जा रही थी. मालूम हो कि इस बीयर का निर्माण 1926 में किया गया था. जिसके बाद से इस बीयर का रख-रखाव नहीं होने के कारण धीरे-धीरे मृत प्राय हो गयी थी. साथ ही बदुआ नदी के तेज धार व अवैध बालू खनन के शिकार होने से बांध जीर्णशीर्ण अवस्था में चली गयी थी. इस योजना के निर्माण हो जाने से क्षेत्र के किसानों को सिंचाई समस्या दूर हो जाएगी. साथ ही उनकी आमदनी में भी वृद्धि होगी. निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद संवेदक को 18 माह में कार्य को पूरा किया जाना है.81.53 करोड़ की राशि से बनेगा बीयर
इस बांध का नये सिरे से निर्माण होना है. जिसमें 81.53 करोड़ रुपये खर्च होंगे. शंभुगंज प्रखंड के सिलौटा गांव के पास बदुआ नदी पर पूर्व से बने गोडवोले पाइप लाइन एवं सिलौटा पाइन लाइन के माध्यम से आस-पास क्षेत्रों के करीब 150 हेक्टेयर खरीफ एवं 150 हेक्टेयर रबी फसल की सिंचाई होगी. इस बीयर के अपस्ट्रीम के दाएं बांध पर 0.80 एवं बाएं बांध पर 0.30 किमी सुरक्षात्मक दीवार बनाया जायेगा. बीयर के डाउन स्ट्रीम में दाएं व बाएं बांध पर 0.15 किमी सुरक्षात्मक दीवार बनाया जायेगा. गोडबोले पईन एवं इससे जुड़े दो अदद पइनों, जिसकी कुल लंबाई 5.26 किमी का पुर्नस्थापना किया जायेगा. जबकि सिलौटा पईन एवं इससे जुड़े वन अदद पईन, जिसकी कुल लंबाई 2.686 किमी में पुर्नस्थापन कार्य किया जायेगा. पूर्व मंत्री सह अमरपुर विधायक जयंत राज के प्रयास से गत तीन अक्टूबर को मंत्रिमंडल ने इसकी स्वीकृति दी है.किसानों की वर्षाें पुरानी मांग अब जल्द ही पूरी होगी. अमरपुर की जनता ने जबसे उन्हें प्रतिनिधत्व का मौका दिया, तब से इस योजना को स्वीकृत कराने के लिए प्रयासरत थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान भी इस योजना को शुरू कराने का अनुरोध सीएम से किया गया था. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ कई बार बैठक कर इसके निर्माण के लिए निर्देशित किया गया था. जिसके परिणाम स्वरूप किसानों की मांग पूरी कर दी गयी.जयंत राज, पूर्व मंत्री सह विधायक, अमरपुरB
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