अतिपिछड़ा अधिकार रैली होगा एतिहासिक, टिकट नहीं तो वोट नहीं
महारैली की तैयारी को लेकर देव में आयोजित की गयी बैठक, औरंगाबाद के गांधी मैदान में अतिपिछड़ा समाज ताकत का करेगा प्रदर्शन
महारैली की तैयारी को लेकर देव में आयोजित की गयी बैठक औरंगाबाद के गांधी मैदान में अतिपिछड़ा समाज ताकत का करेगा प्रदर्शन औरंगाबाद/अंबा. औरंगाबाद के गांधी मैदान में इस बार आयोजित होने वाला अति पिछड़ा अधिकार महारैली एतिहासिक होगा. ये बातें कुटुंबा प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार ने कही. वे शुक्रवार को देव एक निजी प्रतिष्ठान में रैली की तैयारी को लेकर बैठ कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अतिपिछड़ा वर्ग के बेहतर समाज में निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिये है. इसके बावजूद आबादी के अनुरूप उन्हें तरजीह नहीं दी जा रही है. इस बार की रैली में अतिपिछड़ा समाज अपना ताकत दिखायेगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता देव के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र चौरसिया व संचालन शिक्षाविद प्रमोद चंदेल ने किया. वक्ताओं ने अतिपिछड़ा समाज को एकजुट होने के लिए आह्वान किया. पूर्व प्रमुख ने कहा कि रैली में देव प्रखंड से 5000 से अधिक लोग शामिल होंगे. इसके लिए शहर बाजार से लेकर गांव स्तर तक प्रचार प्रसार जारी रखने की जरूरत है. बैठक में सर्वसम्मती से 23 अगस्त यानी शनिवार को औरंगाबाद के गांधी मैदान में होने वाली अतिपिछड़ा अधिकार महारैली को एतिहासिक बनाने का निर्णय लिया गया. इस देव प्रखंड में भी तैयारी समिति का गठन किया गया. रैली तैयारी समिति के सचिव विनोद ठाकुर ने अतिपिछड़ा समाज को विधान सभा चुनाव में टिकट नही मिलने पर वोट नही देने की बातें कहीं. गया प्रजापति व उप सचिव दिनेश पाल ने समाज के लोगो से जाति के बजाय अपने आप को अतिपिछड़ा समाज के योद्धा समझने की बात कही. मौके पर वार्ड पार्षद सूरज चंद्रवंशी, चौरसिया, किशुन प्रजापति, राजदेव पाल, कमलेश ठाकुर, ईकबाल अहमद,कपिश्वर सिंह चंद्रवंशी, शेखर सिंह चंद्रवंशी,रंजन चंद्रवंशी, रामप्रवेश प्रजापती,बबन प्रजापति, संजय ठाकुर , अजीत पाल,मंजय शर्मा, शिवम कुमार आदि उपस्थित थे.
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