चोरी मामले में एसपी व आइजी से निष्पक्ष जांच कराने की गुहार
औरंगाबाद न्यूज : सरेया गांव में 24 फरवरी की रात बैंक मैनेजर के घर में हुई थी चोरी
औरंगाबाद न्यूज : सरेया गांव में 24 फरवरी की रात बैंक मैनेजर के घर में हुई थी चोरी
प्रतिनिधि, गोह.
सरेया गांव में 24 फरवरी की रात बैंक मैनेजर के घर में हुई चोरी की घटना के बाद पीड़ित परिवार ने एसपी से लेकर आइजी तक से न्याय की गुहार लगायी है. बता दें कि चोरों ने मेन गेट का ताला तोड़कर घर से 30 लाख रुपये की संपत्ति चोरी कर ली थी. पीड़ित परिवार का आरोप है कि आइओ रवींद्र कुमार और तत्कालीन थानाध्यक्ष सुदीश कुमार ने मामले में लापरवाही बरती है, जिससे अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. बता दें कि सरेया गांव निवासी अरविंद सिंह के पुत्र शशि रंजन कुमार के घर में चोरों ने आठ रूम के 35 तालों को तोड़कर घटना को अंजाम दिया था. चोरी गयी संपत्ति में ढाई लाख रुपये नकदी, साढ़े तीन सौ ग्राम सोने के आभूषण, पांच सौ ग्राम चांदी के आभूषण और महंगे बर्तन शामिल हैं. पीड़ित परिवार ने घटना के बाद तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी. पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी थी. इस घटना में ग्रामीणों ने चोर को पड़कर पुलिस के हवाले भी किया. पुलिस ने उसे जेल भी भेजा, लेकिन चोरी के सामान को बरामद नहीं किया गया. आइजी को दिये आवेदन में पीड़ित परिवार का आरोप है कि 28 फरवरी को गोह थाना प्रभारी सुदीश कुमार और जांच अधिकारी रवींद्र कुमार सिंह को चार लोगों का नाम दिया गया था, लेकिन पुलिस ने उनसे पूछताछ नहीं की और न ही उनके घर में छापेमारी की. बाद में 10 मार्च को उन्हीं चार लोगों में से एक चोर सरेया गांव निवासी जीतू दास को गांव के लोगों ने चोरी के सामान के साथ पकड़ा और उसने चोरी में अपनी संलिप्तता कबूल की थी.पुलिस जीतू दास की निशानदेही पर पुंदौल गांव स्थित अड्डे पर गयी, जहां पूर्व से बैठे चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. साथ ही उसी मकान से आठ कार्टन शराब, धारदार औजार और चोरी का सामान भी बरामद किया. पुलिस ने समान समेत उन चारों को और जीतू को गिरफ्तार किया, लेकिन पांचों को चोरी के मामले में जेल भेजने के बजाय एक को चोरी के मामले में और चार को शराब धंधा करने के आरोप में जेल भेजा दिया गया. पुनः जीतू के बताने पर ही पुलिस ने कैथी टोले भूपेस नगर से सुरेंद्र पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पीड़ित परिवार ने मगध रेंज के आइजी क्षत्रनिल सिंह से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की है और किसी सीनियर अधिकारी की निगरानी में जांच कराने की अपील की है.
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