Bihar News: औरंगाबाद में कैदी की मौत पर बवाल, सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस से भिड़े
Bihar News: औरंगाबाद में एक कैदी की मौत के बाद परिजनों ने बवाल काटा. बीच शहर में सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया. पुलिस पर भी हमले का प्रयास किया गया. कुछ युवकों को हिरासत में लिया गया है.
Bihar News: औरंगाबाद में मंडल कारा में बंद एक 37 वर्षीय कैदी की मौत होने पर जमकर हंगामा हुआ है. कैदी की मौत से गुस्साए लोगों ने सड़क जाम किया और नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार पुलिस भी बनी. पुलिस पर भी हमले की बात सामने आयी है. वहीं भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा.
शहर के बीचोबीच हंगामा, पुलिस से की धक्का-मुक्की
कैदी की मौत से गुस्साए लोगों ने शुक्रवार को शहर के बीचोबीच रमेश चौक पर हंगामा किया. शव को सड़क पर रखकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने भीड़ को समझाना-बुझाना चाहा लेकिन इस दौरान कुछ युवक पुलिस से धक्का-मुक्की करने लगे. नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह से भी इसका शिकार बने. कई बार पुलिस ने लोगों को समझाना चाहा लेकिन जब नहीं माने तो पुलिस पर हमला कर रहे युवकों पर हल्का बल प्रयोग भी किया गया. वहीं मौके पर SDPO सदर-1 संजय कुमार पांडे और औरंगाबाद SDM संतन सिंह भी पहुंचे. किसी तरह शव को एंबुलेंस में रखकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया.
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जेल में बंद कैदी की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में मौत
दरअसल, बारुण थाना क्षेत्र के उरदीना गांव निवासी धर्मेंद्र राम की मौत से बवाल मचा है. परिजनों के अनुसार, उत्पाद विभाग की टीम ने छह लीटर शराब के साथ उसे गिरफ्तार किया था. गुरुवार को उसे कोर्ट ने जेल भेज दिया था. जिसके बाद उसे मंडल कारा भेजा गया था, जहां अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई. तबीयत बिगड़ने के बाद जेल प्रशासन के द्वारा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां कुछ देर इलाज के बाद उसे मृत बता दिया गया. कैदी की मौत के बाद घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई. सूचना मिलते ही मृतक के परिजन सदर अस्पताल पहुंचे.
मृतक की पत्नी का दावा, जेल में मिलने नहीं दिया
मृतका की पत्नी संजू देवी ने बताया कि जब उसके पति को पुलिस ने पकड़ा था तो वह पति से मिलने उत्पाद विभाग कार्यालय पड़रावा गई थी, जहां पुलिस ने उसे अपने पति से मिलने नहीं दिया था और शनिवार को उसके मौत की जानकारी मिली. उन्होंने दावा किया कि शुक्रवार को ही वह जेल में अपने पति से मुलाकात करने गई थी, लेकिन उसे मिलने नहीं दिया गया.
मृतक के चाचा ने किया पिटाई से मौत का दावा
मृतक के चाचा सह कुटुंबा विधायक राजेश कुमार के प्रतिनिधि रामपति राम ने बताया कि उनका भतीजा धर्मेंद्र दिल्ली रहता था. 15 दिन पहले ही वह दिल्ली से घर लौटा था. उत्पाद विभाग की टीम द्वारा उसे शराब बेचने के आरोप में पकड़ा गया था, जबकि वह शराब का कारोबार नहीं करता था. मद्य निषेध कार्यालय पड़रावा में उत्पाद विभाग की टीम द्वारा उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया. पुलिस की पिटाई के कारण ही उसकी मौत हुई है. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई तथा मृतक के आश्रितों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है.
दावा- मौत पहले ही हो चुकी थी
मृतक के चाचा ने बताया कि भतीजा की मौत की सूचना पर जब सदर अस्पताल पहुंचे तो उसका शरीर पूरा अकड़ा हुआ था. अगर कुछ देर पहले मौत हुई होती तो यह स्थिति नहीं होती. इसलिए शुक्रवार को पत्नी मिलने गई थी तो उससे मुलाकात नहीं हो सका था. जेल प्रशासन द्वारा कई बार अनाउंस किया गया, लेकिन वह पत्नी से मिलने नहीं पहुंचा था.
बोले जेल सुपरिटेंडेंट
इधर इस संबंध में जेल सुपरिटेंडेंट दीपक कुमार ने बताया कि जैसे ही उसकी तबीयत खराब होने की सूचना मिली, इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया. इलाज के दौरान सदर अस्पताल में ही मौत हो गई. इसके बाद घटना की जानकारी परिजनों को दी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा.
बोले एसडीपीओ
वहीं कैदी की मौत के बाद हुए बवाल पर SDPO सदर-1 संजय कुमार पांडे ने कहा कि पूरे मामले की जांच चल रही है. हंगामा करने वाले जो दोषी पाए जाएंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी. इधर, सूचना है कि पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में भी लिया है.
