औरंगाबाद में अपराधियों ने ठेकेदार को मारी गोली, फिर की लूटपाट

औरंगाबाद/ गोह: गोह थाना क्षेत्र के अंकुरी गांव स्थित पुल निर्माण कंपनी के कैंप में हथियारों से लैस अपराधियों ने हमला कर एक मजदूर ठेकेदार की गोली मार कर हत्या कर दी, जिसके बाद कैंप में मौजूद अन्य मजदूरों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई की, फिर उनके रुपये व मोबाइल लूट कर फरार हो गये. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2020 12:35 PM
औरंगाबाद/ गोह: गोह थाना क्षेत्र के अंकुरी गांव स्थित पुल निर्माण कंपनी के कैंप में हथियारों से लैस अपराधियों ने हमला कर एक मजदूर ठेकेदार की गोली मार कर हत्या कर दी, जिसके बाद कैंप में मौजूद अन्य मजदूरों को बंधक बनाकर जमकर पिटाई की, फिर उनके रुपये व मोबाइल लूट कर फरार हो गये. घटना सोमवार की रात की है. मृतक की पहचान कटिहार जिले के आजमनगर थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव निवासी शिवनारायण यादव के रूप में की गयी है.
इस घटना में शिवनारायण के भाई कृष्ण कुमार यादव के साथ-साथ कटिहार के दाबौल गांव के अशोक यादव, धोकड़िया के अर्जुन यादव, जाफर, मंगला, कन्ना, रवि कुमार सहित अन्य मजदूर चोटिल हुए है. इन सभी मजदूरों को अपराधियों ने बेरहमी से पीटा. घटना के पीछे लेवी या रंगदारीकारण बताया जा रहा है. जानकारी के अनुसार रात नौ बजे के करीब 15 से 20 नकाबपोश अपराधी हथियारों से लैस होकर निर्माण कंपनी के कैंप में पहुंचे और वहां रहे सभी मजदूरों को बंधक बना लिया और मजदूरों की पिटाई करना शुरू कर दी. इसी बीच ठेकेदार शिवनारायण यादव ने मजदूरों को छोड़ने के लिए अपराधियों से आग्रह किया,लेकिन अपराधियों ने नहीं सुनी और ठेकेदार को गोली मार दी. इसके बाद सभी मजदूर दहशत में आ गये. अपराधियों ने मजदूरों का मोबाइल व रुपये लूट लिया, फिर फरार हो गये. इधर घटना की सूचना मिलते ही दाउदनगर एसडीपीओ राजकुमार तिवारी, गोह थानाध्यक्ष मनोज कुमार के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की छानबीन करते हुए मृत ठेकेदार के शव को पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद भेजा. एसडीपीओ ने बताया कि घटना किन वजहों से हुई है और किन लोगों ने अंजाम दिया है इसकी जांच की जा रही है. इधर, थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. फिलहाल संदेह के आधार पर चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. इसमें मुंशी लव कुश कुमार, राजू कुमार, सुदर्शन प्रजापति, नरेश पासवान शामिल है. इधर घटना के बाद नक्सली घटना की भी चर्चा आम रही. हालांकि पुलिस ने नक्सली घटना होने से साफ तौर पर इंकार किया है.
निर्माण कंपनी के ठेकेदार को पर्चा देकर मांगी गयी थी लेवी
निर्माण कंपनी के ठेकेदार को पर्चा देकर लेवी मांगी गयी थी. पुलिस कार्रवाई करती तो घटना रूक सकती थी. गोह के अंकुरी गांव में एक करोड़ चार लाख की लागत से बिलारू नाला पर पुल का निर्माण किया जा रहा था. इस कार्य में कटिहार जिले के मजदूरों को लगाया गया था. पता चला कि बैजनाथ निर्माण कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार बबलू शर्मा को सात दिसंबर 2019 को लेवी का पर्चा थमाया गया था, जिसमें उससे पैसे की मांग की गयी थी. बबलू शर्मा ने बताया कि पर्चा मिलने के बाद गोह के तत्कालीन थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा को मामले से अवगत कराया गया था. उस वक्त उन्होंने नक्सली पर्चा नहीं होने की बात कही थी, जिसके बाद हमलोग निश्चिंत होकर कार्य करवा रहे थे. सवाल यह उठता है कि उस वक्त ठेकेदार की बात को पुलिस गंभीरता से लेती तो घटना को रोका जा सकता था.
अपराधियों से विनती करता रहा भाई
निर्माण कंपनी के कैंप में जब मजदूरों को अपराधियों ने बंधक बना लिया उस वक्त मृतक शिवनारायण यादव ने अपराधियों के हाथ और पांव पड़ सभी को बकसने की विनती की, लेकिन अपराधियों ने उसकी एक नहीं सुनी. यह कहते हुए मृतक का भाई कृष्णा कुमार यादव बिलख पड़ा.
खबर सुनते ही घर में मचा कोहराम
आजमनगर. मृतक के पिता भुनश्वर यादव स जानकारी के मुताबिक उनका बड़ा बेटा शिव नारायण यादव बीत तीन माह पूर्व अपन गांव के अन्य कई लोगों को लेकर औरंगाबाद पुल निर्माण कंपनी में काम करन गया था. बताया जा रहा जिस वक्त घटना घटी, वहां मृतक के गांव के अन्य कई लोग भी मौजूद थे, जिन्हें हमलावरों ने उनके साथ बुरी तरह मारपीट की घटना को अंजाम दिया है. घटना की खबर मृतक के गांव पहुंचत ही कोहराम मच गया. मृतक के बूढ़े पिता भुनश्वर यादव मां साईमुनी दवी पत्नी ऊषा देवी सहित पूर परिवार का रो रोकर बुरा हाल है. मृतक यादव की 32 वर्षीय पत्नी ऊषा देवी रो रोकर यह कह बसुध हो जा रही कि अब दो बेटी पूजा कुमारी 10 वर्ष, माधुरी कुमारी 7 वर्ष और बेटा 5 वर्ष आशीष कुमार की परवरिश कैस होगी.

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