एक अरथी उठी नहीं, पहुंचा दूसरा पार्थिव शरीर, शोक में डूबा सचई, चारों ओर सुनाई दे रहा चीत्कार

कुर्था अरवल : रविवार कुर्था प्रखंड के सचईवासियों के लिए मनहूस दिन साबित हुआ. इमामगंज में हुई सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत के सदमे से गांव उबर नहीं पाया था कि रविवार की रात ही गांव के ही एक और व्यक्ति की मौत की खबर गांव में पहुंच गयी तथा सोमवार की सुबह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 16, 2019 12:39 AM

कुर्था अरवल : रविवार कुर्था प्रखंड के सचईवासियों के लिए मनहूस दिन साबित हुआ. इमामगंज में हुई सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत के सदमे से गांव उबर नहीं पाया था कि रविवार की रात ही गांव के ही एक और व्यक्ति की मौत की खबर गांव में पहुंच गयी तथा सोमवार की सुबह होते ही उनका पार्थिव शरीर भी सचई गांव में पहुंचा. जिससे पूर्व से ही शोक में डूबा गांव और गमगीन हो गया.

बताते चलें कि इमामगंज में सड़क दुर्घटना में दो व्यक्ति की मौत हो गयी थी जिसमें बेलागंज के चिरैली गांव के रुस्तम राज की मौत घटनास्थल में हो गयी थी. वे सचई के विजय सिंह के नाती थे और अपने नाना के घर से छठ के प्रसादी पहुंचाने अपने मौसी के घर सैदपुर बारा से सचई लौट रहे थे.
उसके साथ में विनय साव के पुत्र ओमप्रकाश कुमार की मौत सदर हॉस्पिटल अरवल से पीएमसीएच ले जाने के क्रम में हो गया. ओमप्रकाश विशाखापट्नम में प्राइवेट काम करते थे. छठ मनाने के लिए घटना से दो दिन पहले अपने गांव सचई आये थे. ओमप्रकाश का शव गांव से जैसे ही निकला उसके कुछ ही देर बाद सचई के ही अवधेश रजक का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा.
वे रेलवे विभाग में कार्यरत थे और कटिहार में पदस्थापित थे. काफी दिनों से गुर्दे की बीमारी से ग्रसित थे. उनकी मौत भी रविवार की रात ही कोलकाता रेलवे हॉस्पिटल में हो गयी. मौत की खबर पाकर पूर्व से ही गम से डूबा गांव का माहौल और गमगीन हो गया. हालांकि सोमवार की सुबह जब दोनों का मृत शरीर पुनपुन नदी के पंचतीर्थ धाम के पास अंतिम संस्कार के लिए रुका तो लोगों की आंखों में आंसू छलक गये तथा सभी लोग गमगीन दिख रहे थे.

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