जिले में नहीं होगी उर्वरकों की कोई समस्या : डीडीसी
डीडीसी की अध्यक्षता में हुई जिलास्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक
आरा.
उप विकास आयुक्त गुंजन सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिलास्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी डॉ नीरज कुमार ने जिले में रबी फसल 2025-26 में विभिन्न फसलों के आच्छादन के संबंध में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि इस वर्ष जिले में कुल लक्ष्य 133463.89 हेक्टेयर का निर्धारित किया गया है. इसमें गेहूं 102914 हेक्टेयर, जव 2064.2 हेक्टेयर, चना 11895 हेक्टेयर, मसूर 7931.8 हेक्टेयर, मटर 983.75 हेक्टेयर, खेसारी 1061.3 हेक्टेयर, तीसी 265.66 हेक्टेयर, राइ व सरसों 5572.6 हेक्टेयर, मिलेट्स 287.83 हेक्टेयर एवं अन्य दलहन 487.75 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित है. रबी में 12 दिसंबर तक उर्वरक वार उर्वरकों की आवश्यकता आपूर्ति, खपत एवं अवशेष के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि यूरिया, डीएपी, एमओपी, एनपीकेएस एवं एसएसपी आदि का जिले में भंडारण का ब्योरा उपलब्ध कराते हुए जिले में भंडारण एवं वर्तमान में यूरिया सहित अन्य उर्वरकों की कोई कमी नहीं है. वर्तमान खरीफ सीजन में यूरिया 10077.153 एमटी, डीएपी 5017.4 एमटी, एनपीके 7825.405 एमटी, एमओपी 849.350 एमटी एवं एसएसपी 4453.07 एमटी उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि उर्वरकों की गुणवत्ता को जांच करने एवं कालाबजारी पर रोक लगाने के नियमित उप विकास आयुक्त के निर्देश पर छापेमारी दल का गठन किया गया है. छापेमारी दल द्वारा समय-समय पर उर्वरक दुकानों पर छापेमारी की जाती है. अनियमितता व गड़बड़ी की सूचना प्राप्त होते ही छापेमारी दल के द्वारा दुकानों में छापेमारी की जाती है तथा विहिप प्रपत्र प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाती है. अभी तक 172 दुकानों पर औचक निरीक्षण एवं छापेमारी की गयी है. इनमें से आठ दुकानों की अनुज्ञप्ति रद्द की गयी है एवं 28 दुकान को निलंबित किया गया है. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि गुणवत्तापूर्ण उर्वरक की उपलब्धता के लिए औचक रूप से उर्वरकों का नमुना संग्रह किया जाता है. वर्तमान वर्ष में उर्वरक का 146 लक्ष्य प्राप्त हुआ है. इसमें 77 संग्रहित नमूने को जांच के लिए पटना भेज दिया गया है. इस अवसर पर बड़हरा विधायक राघवेंद्र प्रातप सिंह ने मिलेट्स के बारे में विशेष रूप से खेती कराने को लेकर प्रचार- प्रसार करने की बाते कही. बैठक में उप विकास आयुक्त ने छापेमारी दल का गठन कराने के लिए आदेश निर्गत करने की बात कही तथा कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की उर्वरक की कोई समस्या नही होगी. इसे लेकर सभी तैयारियां की जा चुकी है. वहीं एफपीओ बनाकर क्लसटर में जैविक खेती करने की योजना है. बड़हरा विधायक ने बताया कि सरकार का सबसे पहला कार्य किसानों को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराया जाना है. वहीं छापेमारी दल का गठन कर जिले में छापेमारी करने की आवश्यकता है. ताकि सुगमता पूर्वक उर्वरक किसानों को उपलब्ध कराया जा सके. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि सभी स्तरों पर छापेमारी दल का गठन किया जा चुका है, कही भी उर्वरक की कोई समस्या नही होगी. बैठक में विधायक राधाचरण साह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, राकेश कुमार, आरा विधायक के प्रतिनिधि विंधेश्वरी सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी उफको के प्रतिनिधि, विस्कोमान के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
