परमान नदी के किनारे बसे गांवों में पानी घुसा, लोग ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर
फारबिसगंज प्रखंड की एक दर्जन से अधिक पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले की प्रमुख नदियां उफान पर हैं.
फारबिसगंज. फारबिसगंज प्रखंड की एक दर्जन से अधिक पंचायतों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जिले की प्रमुख नदियां उफान पर हैं. इससे परमान नदी के किनारे बसे गांवों में पानी घुस गया है. कई गांवों में लोग घर छोड़कर ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए फारबिसगंज विधानसभा के विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केशरी ने जिला पदाधिकारी, अररिया को पत्र लिखकर बाढ़ प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत शिविर शुरू करने व किसानों को फसल क्षतिपूर्ति का मुआवजा देने की मांग की है. विधायक ने अपने पत्र में कहा है कि नप जोगबनी सहित बथनाहा, सहबाजपुर, मटियारी, पिपरा कुशमाहा, मछुआ, अमहारा, खैरखां, रमई, खवासपुर, रहीकपुर ठीलामोहन, तिरसकुंड, हलहलिया, अड़राहा, भागकोहलिया आदि पंचायतों में परमान नदी व नेपाल से आने वाली सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गये हैं. उन्होंने लिखा है कि इन क्षेत्रों में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल पूरी तरह जलमग्न होकर क्षतिग्रस्त हो गयी है. कई परिवारों के घरों में पानी घुसने से लोग बेघर हो गये हैं व ऊंचे स्थानों या रिश्तेदारों के घरों में शरण लिए हुए हैं. इस विकट परिस्थिति में पीड़ित परिवारों को तत्काल सरकारी सहायता व भोजन-पानी की व्यवस्था की आवश्यकता है. विधायक ने डीएम से आग्रह किया है कि प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ राहत शिविरों की स्थापना कर राहत सामग्री वितरण की तत्काल व्यवस्था की जाये, साथ हीं राजस्व कर्मियों से फसल क्षति का आकलन कर किसानों को उचित मुआवजा दिलाया जाये. उन्होंने पत्र की एक प्रति सीओ, फारबिसगंज को भी भेजी है जिससे स्थानीय स्तर पर तुरंत राहत कार्य शुरू किया जा सके. विधायक ने कहा कि यदि समय पर राहत नहीं दी गई तो हालात व बिगड़ सकते हैं, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. विधायक श्री केसरी ने बथनाहा, मीरगंज जोगबनी, मझुआ, भागकोहलिया अम्हारा आदि पंचायत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
