जिले में घटता बढ़ता रहा है मतदान प्रतिशत, इस बार के चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद
1962 में हुआ था महज 42.33 प्रतिशत मतदान
अररिया विधानसभा चुनाव 2025
2020 के विधानसभा चुनाव में हुआ था सर्वाधिक मतदान, 65.19 फीसदी वोटरों ने डाले थे वोटलोकतंत्र की जीवंतता व मतदाताओं की राजनीतिक भागीदारी का अहम संकेतक है मतदान प्रतिशतप्रतिनिधि, अररियाकिसी भी चुनाव में मतदान का प्रतिशत लोकतंत्र की जीवंतता व मतदाताओं की राजनीतिक भागीदारी का अहम संकेतक होता है. इसका महत्व महज आंकड़ों तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह कई स्तरों पर चुनाव नतीजों पर असर डालता है. जिले में आगामी 11 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर होने वाले मतदान में आम मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक स्तर से कई जरूरी पहल किये जा रहे हैं. स्वीप अभियान के तहत मतदाता जागरूकता को लेकर कई गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं. जिससे आगामी चुनाव में जिले के मतदान प्रतिशत में इजाफा संभव हो सके. हालांकि वोटिंग के प्रति मतदाताओं की रूचि का पता तो मतदान के दिन ही चल पायेगा. वैसे अगर देखा जाये तो जिले में अब तक संपन्न विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत लगातार घटता-बढ़ता रहा है.
——1962 में हुआ था महज 42.33 प्रतिशत मतदान
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मतदान का रिकार्ड वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में 65.19 फीसदी रहा था. जबकि सबसे कम मतदान का प्रतिशत 42.33 प्रतिशत मतदान 1962 में हुआ था. हालांकि उस वक्त जिले में महज 04 विधानसभा अररिया, फारबिसगंज, रानीगंज व नरपतगंज ही अस्तित्व में था. गौरतलब है कि जिले में जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र 1967 व सिकटी विधानसभा क्षेत्र 1972 में अस्तित्व में आया. विधानसभावार मतदान प्रतिशत पर अगर ध्यान दें तो अब तक सबसे अधिक मतदान प्रतिशत 1957 के विधानसभा चुनाव में फारबिसगंज विधानसभा क्षेत्र में दर्ज किया गया था. इस चुनाव में फारबिसगंज में 79.76 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं सबसे कम मतदान का रिकार्ड इसी चुनाव में नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के नाम दर्ज है जहां महज 35.5 प्रतिशत मतदान ही हुए थे.2020 में सिकटी में हुआ था 69.84 प्रतिशत मतदान
जिले में वर्ष 2020 में संपन्न विधानसभा चुनाव में जमकर वोटिंग हुई थी. इस वर्ष जिले में औसत मतदान 65.19 फीसदी रहा था. इस विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक 69.84 प्रतिशत वोटिंग सिकटी विधानसभा क्षेत्र में हुई थी. वहीं सबसे कम 59.66 प्रतिशत वोट रानीगंज विधानसभा क्षेत्र में डाले गये थे. इसके अलावा अररिया, 68.53 प्रतिशत, फारबिसगंज में 66.92 प्रतिशत, नरपतगंज में 60.44 प्रतिशत, जोकीहाट में 65.76 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. एकमात्र सुरक्षित विधानसभा सीट पर वोटिंग बढ़ाना अब भी चुनौतीअनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित जिले के रानीगंज विधानसभा सीट पर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है. महादलित बाहुल्य यह इलाका वर्ष 1957 विधानसभा क्षेत्र के रूप में अस्तित्व में आया. पहले विधानसभा चुनाव में यहां का मतदान प्रतिशत 39.2 फीसदी रहा. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भी सबसे कम 58.03 प्रतिशत मतदान हीं संभव हो सका. वर्ष 2015 में यहां का मतदान प्रतिशत 56.92, वर्ष 2010 के चुनाव में 57.13, वर्ष 2005 में 47.97 प्रतिशत ही यहां संभव हो पाया था. लोकतांत्रिक परंपपराओं पर विश्वास को दर्शाता है मतदान प्रतिशतअधिक मतदान प्रतिशत यह दर्शाता है कि जनता लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास रखता है. बदलाव या नेतृत्व के चयन में सक्रिय भूमिका निभाना चाहती है. समाजशास्त्री व दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो डॉ राम प्रताप सिंह बताते हैं कि उच्च मतदान प्रतिशत वाले चुनावों के परिणाम ज्यादा वैध माने जाते हैं. इसमें जनसहभागिता अधिक होती है. वहीं कम मतदान प्रतिशत जनता की उदासीनता व असंतोष को दर्शाता है. अधिक मतदान यह दर्शाता है कि जनता बदलाव चाहती है. जबकि कम मतदान प्रतिशत स्थिति के यथावत बने रहने की प्रवृत्ति को दर्शाता है.—–ओवैसी नहीं पहुंचे पटेगना कार्यकर्ताओं में मायूसी
ताराबाड़ी. शुक्रवार को 02 बजे ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की चुनावी सभा अररिया विधानसभा क्षेत्र के पटेगना झौआ कर्बला मैदान में निर्धारित था. लेकिन खराब मौसम के कारण सभा को स्थगित कर दिया गया. बता दें कि कार्यक्रम के लिए मंच सज धज कर तैयार था. हेलीपैड भी बन गया था. लेकिन खराब मौसम के आगे सबको मजबूर होना पड़ा. ओवैसी अपने पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी जनसभा को संबोधित करते. समर्थकों ने बताया कि अब जल्द हीं अगले चुनावी सभा का तारीख निर्धारित किया जायेगा.38,39डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
