आशा व आशा फैसिलिटेटर संघ ने दिया धरना
मांगों के साथ स्वास्थ्य विभाग पटना को दिया आवेदन
अररिया. बिहार राज्य आशा व आशा फैसिलिटेटर संघ ने अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन मार्ग स्थित पीएचसी में धरना प्रदर्शन किया. धरना प्रदर्शन पर बैठे आशाओं ने अपनी मुख्य मांगों में आशा व आशा फैसिलिटेटर को प्रोत्साहन राशि के बजाय 26 हजार प्रत्येक माह वेतन का भुगतान करते हुए पेंशन, ग्रेच्यूटी, पीएफ, ईएसआई व अन्य सामाजिक सुरक्षा सुविधा, 45 वें व 46 वें श्रम सम्मेलन के अनुशंसा के आलोक में लागू किया जाये.सभी आशा व आशा फैसिलिटेटर को तृतीय वर्ग के कर्मचारी के रूप में सेवा नियमित किया जाये. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को स्थायी योजना में तब्दील करते हुए राज्य की स्वास्थ्य समितियों के बकाये केंद्रीय राशि का अविलंब व्यवस्था किया जाये. ताकि आशा व आशा फैसिलिटेटर के बकाये सभी अन्य राशि का भुगतान हो सके. बताया गया कि पूरे देश की आशा के लिए एक समान की कार्य स्थिति करते हुए सभी को एएनएम के पद पर प्रोन्नति दी जाये. 06 माह का वैतनिक मातृ अवकाश, 20 दिन का आकस्मिक अवकाश, मेडिकल लाभ सभी आशा व आशा फैसिलिटेटर को उपलब्ध कराया जाये. साथ ही आवश्यक आधारभूत संरचना विकसित करते हुए स्कूटर, वास्तविक यात्रा भत्ता, अच्छा मोबाईल फोन, टैबलेट, डाटा पैक सभी आशा को उपलब्ध करायी जाये. लोकसभा व राज्यसभा में किये गये घोषणा को लागू करने के लिए आदेश निर्गत कर पर्याप्त आवंटन उपलब्ध कराते हुए मार्च 2025 से इसका भुगतान कराना सुनिश्चित किया जाये. सभी आशा व आशा फैसिलिटेटर को न्यूनतम वैधानिक वेतन, वैधानिक अवकाश, पेंशन, ग्रेच्यूटी, सामाजिक सुरक्षा, कार्य स्थल पर सुरक्षा उपलब्ध करायी जाये.
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