लग्गी के सहारे बड़ा नहर पार कर रहे ग्रामीण

अफरोज आलम, अररिया : सदर प्रखंड की दियारी पंचायत स्थित वार्ड 10 संथाली टोला के ग्रामीणों को नहर पार करने के लिए लग्गी का सहारा लेना पड़ता है. वर्षों से उन्हें एक पक्का पुल भी नसीब नहीं है. इस कारण लोगों को जिला मुख्यालय समेत अन्य जगह जाने में काफी परेशानी होती है. इस बाबत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 22, 2020 9:04 AM

अफरोज आलम, अररिया : सदर प्रखंड की दियारी पंचायत स्थित वार्ड 10 संथाली टोला के ग्रामीणों को नहर पार करने के लिए लग्गी का सहारा लेना पड़ता है. वर्षों से उन्हें एक पक्का पुल भी नसीब नहीं है. इस कारण लोगों को जिला मुख्यालय समेत अन्य जगह जाने में काफी परेशानी होती है.

इस बाबत ग्रामीण गोलकी मर्मर, रीता देवी, मंझली बेसरा, अंजू हासदी, मंजू हांसदा, रजनी मर्मर, रेखा हेमाराम व मुन्नी हेमाराम ने बताया संथाली टोले में करीब एक सौ घर की आबादी है. लेकिन आवागमन के लिए नहर पर पुल नहीं रहने से लोगों को काफी परेशानी होती है.
इसको लेकर ग्रामीण अपने स्तर से नहर पार करने के लिए बांस की लग्गी का पुल बनाकर वर्षों से पार हो रहे हैं. पुल की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने सांसद प्रदीप सिंह व विधायक आबिदुर्रह्मान से भी पुल की मांग की. लेकिन अब तक उन्हें पुल नहीं नसीब नहीं हुआ है.
हर वर्ष झेलते हैं बाढ़ का कहर
ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के दिनों में बाढ़ की कहर हर वर्ष झेलनी पड़ती है. बाढ़ के दौरान हम आदिवासी लोगों का नहर के बांध पर ही दिन गुजारने के लिए ठिकाना बनाना होता है. इसलिए कि सभी घरों में बाढ़ का पानी घुसा रहता है.
ऐसी स्थिति में नहर पर पुल नहीं होने से महिलाओं की काफी फजीहत होती है. यहां तक कि गर्भवती महिला को प्रसव कराने के लिए चारपाई के सहारे ही नहर पार कराया जाता है. कई बार तो अस्पताल पहुंचने से पहले ही प्रसूताओं की मौत भी हो जाती है. पुल की मांग पूरी नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने चुनाव के समय वोट का बहिष्कार की बात कही है.

Next Article

Exit mobile version