सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर, समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के डाउन लाइन पर रोका गया ट्रेनों का परिचालन

जिला से गुजरने वाली बागमती नदी, अधवारा समूह की नदियां एवं कमला बलान नदी का जलस्तर लगातार उपर चढ़ता जा रहा है. सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर है. सूचना के अनुसार समस्तीपुर रेल खंड पर मुकतापुर- समस्तीपुर स्टेशन के मध्य पुल संख्या 01( डाउन लाइन) पर पानी का स्तर बढ़ जाने के कारण डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाता है.

By Prabhat Khabar | July 10, 2021 1:47 PM

दरभंगा. जिला से गुजरने वाली बागमती नदी, अधवारा समूह की नदियां एवं कमला बलान नदी का जलस्तर लगातार उपर चढ़ता जा रहा है. सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर है. सूचना के अनुसार समस्तीपुर रेल खंड पर मुकतापुर- समस्तीपुर स्टेशन के मध्य पुल संख्या 01( डाउन लाइन) पर पानी का स्तर बढ़ जाने के कारण डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाता है. इस बात की जानकारी समस्तीपुर रेल मंडल की ओर से दी गयी है.

इधर जल संसाधन विभाग की बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार की सुबह छह बजे बागमती नदी का जलस्तर बेनीबाद में 1.432 मीटर एवं हायाघाट में 1. 618 मीटर खतरे के निशान से ऊपर था. अधवारा समूह की नदियां कमतौल में 1.2 मीटर एवं एकमीघाट में 1.686 मीटर, कमला बलान खतरे के निशान से 1.02 7 मीटर उपर थी.

आपदा प्रबंधन प्रभारी पदाधिकारी सत्यम सहाय ने बताया कि फिलहाल छह प्रखंड के 13 पंचायत बाढ़ से प्रभावित हैं. प्रभावित क्षेत्रों में कम्युनिटी किचन चलाया जा रहा है. 106 नाव का परिचालन जारी है. 35 सदस्यी एनडीआरएफ की टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार राहत व बचाव का कार्य कर रही है.

आपदा प्रबंधन की ओर से पांच मोटर बोट, नौ फ्लैशलाइट, 35 लाइफ महाजाल आदि उपलब्ध कराया गया है. सीओ को राहत व बचाव से संबंधित यंत्र सहित नाव उपलब्ध कराए गए हैं. कहा कि बाढ़ पीड़ितों को सहायता राशि उपलब्ध कराने को लेकर आपदा संपूर्ति पोर्टल पर 90 प्रतिशत सूची अपलोड कर ली गई है.

जिलाधिकारी ने हेलीकॉप्टर से लिया जायजा

जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने दरभंगा एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर से जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र केवटी, बेनीपुर, कुशेश्वरस्थान, हायाघाट, हनुमाननगर प्रखंड का हवाई सर्वेक्षण किया. केवटी-असराहा क्षेत्र के नौ पंचायत, कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखण्ड के सभी पंचायत, कुशेश्वरस्थान पश्चिमी प्रखंड व हायाघाट प्रखंड के कुछ हिस्से एवं हनुमाननगर प्रखंड का पूरा हिस्सा बाढ़ प्रभावित पाया गया.

डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की फसल क्षति का सही आकलन कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा. साथ ही सभी संबंधित प्रखंडों/अंचलों के प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निष्क्रमित आबादी के बीच आवश्यकतानुसार पॉलीथिन सीट्स व राहत सामग्री का वितरण करने नाव व सामुदायिक किचेन चलवाने का निर्देश दिया.

हवाई सर्वेक्षण के उपरांत जिलाधिकारी ने अपर समाहर्त्ता विभूति रंजन चौधरी व अंचलाधिकारी केवटी के साथ केवटी अंचल के ख़िरमा, लदारी, शेखपुरदानी व पिंडारुच सहित कई बाढ़ प्रभावित पंचायतों का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने अंचलाधिकारी को निष्क्रमित आबादी के लिए सामुदायिक किचन चलवाने को कहा तथा आवश्यकतानुसार पॉलिथीन सीट का वितरण करवाने का निर्देश दिया.

डीएम ने केवटी के एक सामुदायिक रसोई का भी निरीक्षण किया, जहां बाढ़ प्रभावित परिवारों को चावल, दाल और सोयाबीन-आलू की सब्जी तैयार की जा रही थी. जिलाधिकारी द्वारा वहां उपस्थित ग्रामीणों से सामुदायिक किचेन व बाढ़ राहत कार्य का फीडबैक भी लिया.

Posted by Ashish Jha

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