सारण में छह और लोगों की मौत, पांच का आइसीयू में इलाज, परिजनों का दावा- शराब पीने से गयी है जान

पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि छपरा जिला अस्पताल से आने वाले मरीजों में एक तरह के लक्षण दिखे. सभी के पेट में दर्द, बेचैनी, आंखों में पीलापन था. इसके अलावा कुछ मरीज आंखों की रोशनी कमजोर होने की बात भी कह रहे थे.

By Prabhat Khabar | August 6, 2022 11:48 AM

पटना. मकेर थाना क्षेत्र के भाथा और सोनहों में संदिग्ध स्थिति में बीमार छह और लोगों की मौत शुक्रवार को हो गयी. इनका इलाज पीएमसीएच में चल रहा था. इस मामले में और डेढ़ दर्जन लोग बीमार बताये जा रहे हैं, जिनमें पांच पीएमसीएच के आइसीयू में भर्ती हैं. इस तरह दो दिनों में 13 लोगों की मौत हो गयी है. मृतकों के परिजनों का दावा है कि सभी मौत शराब पीने से हुई है. इधर, एसपी ने मकेर के थानाध्यक्ष नीरज मिश्रा और फुलवरिया के चौकीदार मुन्ना मांझी को जहरीला पेय पदार्थ की बिक्री रोकने के प्रति उदासीनता और लापरवाही मानते हुए निलंबित कर दिया है.

दो दिनों में 13 लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत

डीएम राजेश मीणा व एसपी संतोष कुमार ने भाथा गांव में 11 लोगों की मौत की पुष्टि की है. इसमें भाथा गांव के मृतकों में विश्वनाथ महतो, चंदेश्वर महतो, कामेश्वर महतो और लखन महतो शामिल हैं. सभी की उम्र 30 से 50 वर्ष के बीच बतायी जा रही है. वहीं, दो अन्य मृतक मकेर के सोनहों गांव के हैं. हालांकि, प्रशासन उनकी मौत की सूचना नहीं होने की बात कह रहा है. सोनहों के मृतकों में जगरनाथ साह के पुत्र नंदकिशोर प्रसाद व सत्यनारायण साह के पुत्र जितेंद्र साह शामिल हैं. इस तरह दो दिनों में 13 लोगों की मौत हो गयी है.

पांच शराब धंधेबाजों पर दर्ज करायी प्राथमिकी

इस घटना के बाद भाथा गांव के मृत राजनाथ महतो के पुत्र अमरजीत कुमार ने मकेर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उसने भेल्दी थाने के किचपुर गांव के पांच शराब धंधेबाजों को अपने पिता व अन्य लोगों की मौत का जिम्मेदार बताया है. उधर, एक के बाद लोगों की मौत की खबर पटना से पहुंचने के बाद भाथा गांव में लगातार दूसरे दिन भी कोहराम मचा रहा. वहीं, पटना से मद्य निषेध के आइजी अमृत राज, मद्य निषेध के संयुक्त आयुक्त कृष्णा पासवान, एसपी विनय तिवारी ने पहुंच कर डीएम व एसपी से स्थिति का जायजा लिया. साथ ही वरीय पदाधिकारियों ने डीएम व एसपी को कई आवश्यक निर्देश दिये.

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पेट दर्द के बाद आंखों की रोशनी हुई कमजोर

पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने बताया कि छपरा जिला अस्पताल से आने वाले मरीजों में एक तरह के लक्षण दिखे. सभी के पेट में दर्द, बेचैनी, आंखों में पीलापन था. इसके अलावा कुछ मरीज आंखों की रोशनी कमजोर होने की बात भी कह रहे थे. हालांकि सभी मरीजों की मौत कैसे हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पुष्टि की जायेगी. उन्होंने बताया कि आइसीयू में भर्ती मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है. विशेषज्ञ डॉक्टरों की देखरेख में इलाज चल रहा है.

संयुक्त आयुक्त कर रहे जांच, रिपोर्ट आज

सारण जिले में संदिग्ध मौत के मामले की जांच मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग भी कर रहा है. अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर विभाग के संयुक्त आयुक्त श्रीकृष्ण पासवान को मामले की जांच के लिए भेजा गया है. वे शनिवार को अपनी रिपोर्ट देंगे, जिस पर विभाग के स्तर से आगे निर्णय लिया जायेगा. इस मामले में सारण जिला प्रशासन से भी रिपोर्ट मांगी गयी है.

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