पुलिस के सामने मंजर का खुलासा: कमीशन पर पहुंचाता था हथियार, नक्सलियों के करीबी चुन्नू को दी थीं 11 लाख में दो एके-47 राइफलें

पटना : बुद्धा कॉलोनी के नागेश्वर कॉलोनी में पकड़े गये मंजर आलम ने गया के कुख्यात अपराधी एवं नक्सलियों के करीबी संबंध रखने वाले चुन्नू सिंह को दो एके-47 राइफलें दी थीं. इसके लिए उसने चुन्नू सिंह से प्रति राइफल साढ़े पांच लाख रुपये के हिसाब से 11 लाख रुपये लिये थे. वह एके-47 लेकर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 13, 2018 2:45 AM
पटना : बुद्धा कॉलोनी के नागेश्वर कॉलोनी में पकड़े गये मंजर आलम ने गया के कुख्यात अपराधी एवं नक्सलियों के करीबी संबंध रखने वाले चुन्नू सिंह को दो एके-47 राइफलें दी थीं. इसके लिए उसने चुन्नू सिंह से प्रति राइफल साढ़े पांच लाख रुपये के हिसाब से 11 लाख रुपये लिये थे. वह एके-47 लेकर पटना आया था और फिर ट्रेन से गया पहुंचा, जहां उसने पैसा लेकर हथियार की सप्लाई की थी. इसके अलावा उसने दो और राइफल गया के ही अपराधी नजीब को दी थी.
जानकारी के मुताबिक उसे चार राइफल शमशेर ने दी थीं, जिन्हें नजीब व चुन्नू सिंह को पहुंचाने को कहा था. चुन्नू की तरह नजीब से भी मंजर आलम ने दो एके-47 राइफल के लिए 11 लाख रुपये लिये थे. चुन्नू व नजीब पूर्व में भी एके-47 हथियार के खरीदार रहे हैं. यह खुलासा पटना पुलिस के समक्ष मंजर आलम ने किया है. पटना पुलिस को उसने इतनी ही जानकारी देते हुए बताया कि वह कमीशन पर केवल हथियार पहुंचाने का काम करता था. एक हथियार पहुंचाने पर उसे 25 हजार कमीशन मिलते थे.
जनवरी माह में उसने गया जिले के दो अपराधियों को हथियार पहुंचाया था, तो उसमें उसे एक लाख रुपये कमीशन के रूप में मिले थे. चुन्नू सिंह गया जिले का कुख्यात अपराधी है और पूर्व में यह एके-47 राइफल के साथ गिरफ्तार किया गया था. कई साल से वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है. सूत्रों का कहना है कि चुन्नू सिंह का कनेक्शन गया, जहानाबाद के नक्सलियों से भी है.
इस कारण यह आशंका भी जतायी जा रही है कि इसने मंजर आलम से हथियार लेकर नक्सलियों को अधिक कीमत में सप्लाई किया होगा. चुन्नू सिंह हथियार तस्करी के मामले में पहले भी आरोपित रहा है. पटना पुलिस की टीम ने चुन्नू सिंह के रामपुर इलाके में स्थित घर पर छापेमारी की. लेकिन वह पहले ही फरार हो चुका है.
पटना कनेक्शन की नहीं दी जानकारी : मंजर आलम ने गया कनेक्शन की तो जानकारी दे दी, लेकिन उसने पटना में अपने कनेक्शन की जानकारी पुलिस को नहीं दी. उसने बताया कि वह पटना में किसी को नहीं जानता है. लेकिन] उसकी यह बात पुलिस को नहीं पच रही है. वह हमेशा पटना आता था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि पटना में उसके किसी-न-किसी से अच्छे संबंध हैं और उसके रहने को उक्त व्यक्ति की व्यवस्था करता था.
लेकिन वह इस संबंध में नहीं बता रहा है. साथ ही उसने पुलिस को केवल यह जानकारी दी कि वह जनवरी माह में पटना आया था और वह गया जिला चला गया था. इसके बाद मुंगेर में उसके गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद बचने के लिए पटना में आकर छिप गया था. इधर, मंजर आलम को मुंगेर पुलिस ले गयी है.

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