तोक्यो ओलंपिक तक करार किए गए सभी विदेशी कोचों का बढ़ेगा कार्यकाल

विदेशी कोचों के अनुबंध तोक्यो ओलंपिक तक ही थे लेकिन खेलों के 2021 तक स्थगित होने के बाद अब उनका ‘अधूरा अभियान' पूरा होने तक उन्हें पद पर बरकरार रखा जाएगा.

By Sameer Oraon | March 26, 2020 5:27 PM

भारतीय खिलाड़ियों के साथ जुड़े कई विदेशी कोचों के अनुबंध तोक्यो ओलंपिक तक ही थे लेकिन खेलों के 2021 तक स्थगित होने के बाद अब उनका ‘अधूरा अभियान’ पूरा होने तक उन्हें पद पर बरकरार रखा जाएगा. महिला कुश्ती कोच एंड्रयू कुक, पिस्टल निशानेबाजी कोच पावेल स्मिरनोव, मुक्केबाजी कोच सैंटियागो नीवा और रफेले बर्गामास्को या एथलेटिक्स के हाई परफार्मेंस निदेशक वोल्कर हर्मान के अनुबंध तोक्यो ओलंपिक 2020 तक ही थे.

अब कोविड 19 के कारण खेल अगले साल होंगे लिहाजा भारत के विदेशी कोचों का कार्यकाल एक साल के लिए और बढाया जाएगा. देशव्यापी लॉकडाउन खत्म होने के बाद इस बारे में औपचारिकतायें पूरी की जाएंगी. भारतीय कुश्ती महासंघ के सचिव वी एन प्रसूद ने कहा ,‘‘ भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) उन्हें वेतन देता है. हमें उनसे बात करनी होगी. हमें नहीं लगता कि उनका कार्यकाल बढाने में कोई दिक्कत आएगी.”

भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ को भी यकीन है कि स्मिरोव और राइफल कोच ओलेग मिकाहिलोव के कार्यकाल को विस्तार दे दिया जाएगा. उनके अनुबंध अगस्त तक ही थे. एनआरएआई के एक अधिकारी ने कहा ,‘‘इसकी समीक्षा की जाएगी. हम साइ से बात करेंगे कि कोचों का कार्यकाल बढाया जाए.

दफ्तर खुलने के बाद इस बारे में कार्रवाई की जाएगी.” लेकिन क्या कोच अतिरिक्त एक साल रूकने को तैयार हैं? मुक्केबाजी के कोच तो हैं. नीवा ने कहा ,‘‘ साइ के साथ मेरा करार दिसंबर तक का है लेकिन विस्तार मिलने पर मैं रूक जाऊंगा. ओलंपिक से पहले मैं जा नहीं सकता.” भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के एक अधिकारी ने कहा ,‘‘ हमारे साथ जुड़े सभी विदेशी कोचों का कार्यकाल बढ़ाया जाएगा.

मंत्रालय तो चाहता था कि वे 2024 तक बने रहे लिहाजा कोई दिक्कत नहीं होगी.” भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने तो कहा कि करार की मियाद बढना लाजमी है. हाकी इंडिया ने तो साइ के पास पहले ही पुरूष टीम के कोच ग्राहम रीड और महिला टीम के कोच शोर्ड मारिन का करार बढ़ाने का आवेदन दे दिया है. हाकी इंडिया की सीईओ एलेना नार्मन ने कहा ,‘‘हमने अपने सभी विदेशी कोचों से बात की है और वे ओलंपिक तक रूकने को तैयार हैं.”

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